उदन्त मार्तण्ड हिंदी का प्रथम समाचार पत्र था। इसका प्रकाशन 30 मई, १८२६ ई. में कलकत्ता से एक साप्ताहिक पत्र के रूप में शुरू हुआ था। कलकता के कोलू टोला नामक मोहल्ले की ३७ नंबर आमड़तल्ला गली से जुगलकिशोर सुकुल ने सन् १८२६ ई. में उदंतमार्तंड नामक एक हिंदी साप्ताहिक पत्र निकालने का आयोजन किया। उस समय अंग्रेजी, फारसी और बांग्ला में तो अनेक पत्र निकल रहे थे किंतु […]
आलेख़
जगदीश से जानिए, खाने के तुरंत बाद क्यों ना करे यौगिक आसन
योग विशेषज्ञों के मुताबिक खाली पेट योग करना ज्यादा असरदार होता है। दरअसल योग के लिए आपकी एनर्जी पूरी तरह से योग के विविध आसनों पर केंद्रित होनी चाहिए। ऐसे में आपके पाचन तंत्र को भी आराम की स्थिति में होना चाहिए। मतलब उसे किसी भी तरह के पाचन संबंधी काम से अवकाश होना चाहिए। […]
जगदीश से जानिए क्या दर्शाता है आपका प्रेम
यदि कोई व्यक्ति मृत्यु से डरता है तो इसका अर्थ यह हुआ कि उसे अपने जीवन से प्रेम है। यदि कोई व्यक्ति अधिक स्वार्थी है तो इसका तात्पर्य यह है कि उसे स्वार्थ से प्रेम है। किसी व्यक्ति को अपनी पत्नी या पुत्र आदि से विशेष प्रेम हो सकता है। इस प्रकार के प्रेम से […]
जगदीश से जानिए क्या है ओलचिकी लिपि
रांची, झारखण्ड | फरवरी | 27, 2019 :: ओलचिकी एक भारतीय लिपि है जो संथाली भाषा लिखने में प्रयुक्त होती है। संथाली, हो और मुंडारी भाषाएँ आस्ट्रो-एशियाई भाषा परिवार में मुंडा शाखा में आती हैं। संताल भारत, बांग्लादेश, नेपाल और भूटान में लगभग ६० लाख लोगों से बोली जाती है। उसकी अपनी पुरानी लिपि का नाम ‘ओल चिकी’ है। अंग्रेजी काल में संथाली रोमन में लिखी […]
जगदीश से जनिये, क्या है उद्गीत प्राणायाम
उद्गीत प्राणायाम को “ओमकारी जप” भी कहा जाता है। यह एक अति सरल प्राणायाम और एक प्रकार का मैडिटेशन अभ्यास है। उद्गीत प्राणायाम प्रति दिन सुबह में करने से व्यक्ति को कई शारीरिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं। उद्गीत प्राणायाम चिंता, ग्लानि, द्वेष, दुख, और भय से मुक्ति दिलाता है। इस प्राणायाम के अभ्यास से ध्यान-शक्ति बढ़ […]
जगदीश से जानिए कैसे करें शरीर में तेल की मालिश
तेल मालिश करने के लिए सबसे पहले नाभि में तेल लगाना चाहिए। नाभि में तेल डालने से सर्दी जुकाम नहीं होता है। उसके बाद हाथ और पैर के नाखूनों में तेल लगाना चाहिए। हाथ-पैर में मालिश नीचे से ऊपर की तरफ करनी चाहिए। पीठ में भी मालिश नीचे से ऊपर की तरफ करनी चाहिए। गर्दन […]
यदि आप योगाभ्यास कर रहे हैं तो जगदीश से जानिए क्या खाएं अथवा क्या ना खाएं
योगिक शास्त्र के अनुसार भोजन को दो भागों में बांटा गया है पहला पथ्य दूसरा अपथ्य पथ्य भोजन योगियों द्वारा खाए जाने वाले योग्य पदार्थ है अपथ्य भोजन योगियों द्वारा वर्जित पदार्थ अपथ्यकारक भोजन : यदि आप योगाभ्यास कर रहे हैं तो निम्नलिखित प्रकार के भोजन का सेवन नहीं करें। यदि करते हैं तो इससे अभ्यास […]
इतिहास में आज :: स्वामी शिवानन्द सरस्वती का जन्म ( 8 सितम्बर )
इतिहास में आज :: स्वामी शिवानन्द सरस्वती का जन्म ( 8 सितम्बर ) स्वामी शिवानन्द सरस्वती (१८८७-१९६३) वेदान्त के महान आचार्य और सनातन धर्म के विख्यात नेता थे। उनका जन्म तमिल नाडु में हुआ पर संन्यास के पश्चात उन्होंने जीवन ऋषिकेश में व्यतीत किया। स्वामी शिवानन्द का जन्म अप्यायार दीक्षित वंश में 8 सितम्वर 1887 को तमिलनाडु के पट्टामड्डई ग्राम में हुआ था। उन्होने […]
जगदीश से जानिए सूर्यास्त के बाद क्यों न खाएं खाना
ऐसा माना जाता है कि सूर्यास्त के बाद खाना नहीं खाना चाहिए. जैन धर्म के लोग इस नियम का पालन भी करते हैं. आयुर्वेद की मानें तो सूर्यास्त से पहले खाना खा लेना चाहिए. जबकि कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें खाने से परहेज करना चाहिए. मुख्य कारण – सूर्यास्त से पहले खाना खाने से भोजन […]
जगदीश से जाने क्या है, राजसिक भोजन
जो भोजन व्यक्ति को स्फूर्ति और उत्तेजना प्रदान करता है वह राजसिक भोजन की श्रेणी में आता है। वो भोजन जो या तो बहुत खट्टा, गर्म, मीठा या फिर रूखा होता है वह राजसिक कहा जाता है। राजसिक भोजन काफी उत्तेजक होता है, इसका सेवन व्यक्ति को कामुक और आवेशपूर्ण बनाता है लेकिन इस प्रकार […]