रांची, झारखण्ड । सितम्बर | 14, 2017 :: रांची विश्वविद्यालय के पी.जी. दर्शनशास्त्र विभाग में आज 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के साथ साथ शिक्षक दिवस भी मनाया गया। सेमेस्टर 1, सत्र 2017-2019 के विद्यार्थियों ने बहुत ही खूबसूरत तरीके से शिक्षकों का स्वागत और सम्मान किया।
विभागाध्यक्ष डाॅ॰ सी॰ कामेश्वरी ने इस अवसर पर विद्यार्थियों से सर्वपल्ली डाॅ॰ राधाकृृष्णन्् के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। पूर्व विभागध्यक्ष डाॅ॰ सरस्वती मिश्रा ने कहा कि इस अवसर पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि अधिकांश कार्य हम हिन्दी में करें। डाॅ॰ सुशील कुमार अंकन ने कहा कि गुरू विद्यार्थियों के जीवन से अंघकार मिटाने वाला होता है। डाॅ॰ उषा किरण ने कहा कि विद्यार्थियों को अनुशासन का पालन करना चाहिए और डाॅ॰ अजय कुमार सिंह ने कहा कि पहली शिक्षक माँ होती है।
विद्यार्थियों ने दो स्वागत गान से सभी का स्वागत किया जब कि शगुफ्ता मुस्लिम ने तुम्ही हो माता गा कर सब का दिल जीत लिया। दिनकर और आयुष ने गीत प्रस्तुत किया तथा उर्मिला ने सुन्दर सी कविता शिक्षकों को समर्पित की। मलखान सिंह मुंडा ने अपनी टीम के साथ एक नागपुरी नृृत्य प्रस्तुत किया। पूरे कार्यक्रम का संचालन प्रीति और दिनकर ने किया।
शिक्षक दिवस के इस कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डाॅ॰ सी॰कामेश्वरी, डाॅ॰ सरस्वती मिश्रा, डाॅ॰ सुशील कुमार अंकन, डाॅ॰ उषा किरण, डाॅ॰ अजय कुमार सिंह, अनुप प्रसाद, मंजूषा पूर्ति, पानो कुमारी, अशोक राम, रौनक रफत, विनीता कच्छप, इन्दू मालती बड़ाईक, पूनम कुमारी, शशि कुमारी, सोनी कुमारी, अमित, प्रवल, लक्ष्मण, अंकिता, नेहा सहित बड़ी संख्या में छात्र और छात्राएँ उपस्थित थीं।
