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देश के भविष्य निर्माण में शिक्षकों का योगदान महत्त्वपूर्ण :: गुड़िया झा

देश के भविष्य निर्माण में शिक्षकों का योगदान महत्त्वपूर्ण।
गुड़िया झा
जब हम एक विकसित देश की बात करते हैं, तो शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की प्रक्रिया पर ज्यादा जोर देते हैं तथा हमारी सरकार भी हर संभव प्रयास करती है कि बच्चों को शिक्षा की बेहतर सुविधाएं मिले जिससे कि वो आगे अच्छा करें। क्योंकि आज के बच्चे ही आने वाले कल का भविष्य हैं। लेकिन क्या हमने कभी सोचा है कि जिन बच्चों में हम कल का भविष्य देखते हैं उनके निर्माण में शिक्षकों का कितना महत्त्वपूर्ण योगदान है?
आज विश्व में भारतीय हर क्षेत्र में अपना नाम रौशन कर रहे हैं। आज विश्व का हर चौथा डॉक्टर या इंजीनियर एक भारतीय है। विज्ञान के क्षेत्र में हम अमेरिका और रूस जैसी महाशक्तियों के समकक्ष खड़े हैं। राजनीति, अर्थशास्त्र, कला आदि क्षेत्रों में भी भारतीयों के कार्य को विश्व भर में सराहा जाता है और ना जानें कितने ही भारतीय इन क्षेत्रों में विश्व के लिए प्रेरणास्रोत हैं। इन सबके लिए शिक्षकों के सम्मान में जितने भी शब्द कहे जायें वो बहुत कम हैं। इनके बिना एक सभ्य, स्वस्थ और शालीन समाज तथा राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती है। शिक्षक और छात्र का संबंध केवल किताबों तक ही सीमित नहीं रहता बल्कि उनके चरित्र के निर्माण में भी शिक्षक का योगदान महत्त्वपूर्ण है। अपने गुरू के जीवन की संघर्ष और तपस्या से भी बच्चों को आगे बढ़ने में प्रेरणा मिलती है।
संत कबीरदास ने भी कहा था कि पारस तो लोहे को भी सोना बनाता है। लेकिन गुरू तो शिष्य को अपने से भी ज्यादा ऊपर उठाते हैं। उनकी महानता इतनी ज्यादा होती है कि वे ऊंची बिल्डिंग देखकर नहीं बल्कि छात्र की प्रतिभा को देखकर मार्गदर्शन करते हैं। ऐसे में हमारी भी यह जिम्मेदारी बनती है कि बच्चों में शिक्षक के प्रति सम्मान बनाये रखने और शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करें।
1, श्रद्धा और नम्रता।
ज्ञान प्राप्त करने और जीवन में आगे बढ़ने के लिए यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। शिक्षक के प्रति श्रद्धा और नम्रता जितनी ज्यादा बनी रहेगी बच्चों का विकास भी उतनी ही तेजी से होगा। उम्र के साथ- साथ बच्चों में चंचलता बढ़ती जाती है। ऐसे में हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि समय-समय पर हम उन्हें शिक्षक के महत्त्वपूर्ण योगदान से अवगत कराते रहें।
इसके अलावा हम अपने जीवन में जिन लोगों से प्रेरणादायक बाते सीखते हैं और उनके मार्गदर्शन में आगे बढ़ते हैं, तो वे भी हमारे लिए पूजनीय होते हैं। इसलिए प्रत्येक ऐसे व्यक्ति जिनसे हमने बहुत कुछ सीखा है उन सबका हमारे जीवन में बहुत बड़ा योगदान रहा और ऐसे लोगों के प्रति हमेशा कृतज्ञता प्रकट कर हम उनके सम्मान को बनाये रख सकते हैं।
2, विश्वास।
यह वो चीज है जिसके सहारे बड़े से बड़ा लक्ष्य बहुत ही आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। बच्चों में शिक्षकों के प्रति विश्वास का होना भी बहुत जरूरी है। कई बार शिक्षक को बच्चे के प्रति सख्त कदम उठाना पड़ता है। इसके पीछे उनका मकसद बच्चे को दंड देना नहीं होता है बल्कि उनके अच्छे के लिए ही वे ऐसा करते हैं। अगर बच्चों को गलती के लिए नहीं रोका जायेगा, तो वे सही और गलत में अंतर समझना ही छोड़ देंगे।

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