झारखण्ड

स्वामी विवेकानंद जी के सपनों का भारत व झारखंड बनाना है : रघुवर दास ( मुख्यमंत्री, झारखण्ड )

* मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रामकृष्ण मिशन आश्रम में वाटर हार्वेस्टिंग मॉडल का किया उदघाटन

* रामकृष्ण मिशन द्वारा रांची, रामगढ़ और खूंटी के 120 गांवों में बनाये गये विवेकानंद सेवा संघ को सरकार देगी 8000 रुपये मासिक

* दो आंगनबाड़ी पर एक क्लब बनाया जा रहा है। इसमें सेवा संघ के स्वयंसेवकों को किया जायेगा शामिल

* 2022 तक राज्य से बीपीएल परिवारों को रोजगार से जोड़कर गरीबी रेखा से ऊपर लाने का काम किया जायेगा

* जो गरीबी के कारण पढ़ाई से वंचित हैं, सरकार उन्हें पढ़ायेगी

रघुवर दास, मुख्यमंत्री

* मुख्यमंत्री ने दी रामकृष्ण विवेकानंद विश्वविद्याल को मंजूरी

राँची, झारखण्ड । दिसम्बर | 05, 2017 :: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हम सभी लोग मिलकर न्यू इंडिया-न्यू झारखंड बनायेंगे, जहां कोई बेघर न रहे, बेईलाज न रहे, बेरोजगार न रहे। 2022 तक राज्य से बीपीएल परिवारों को रोजगार से जोड़कर गरीबी रेखा से ऊपर लाने का काम किया जायेगा। इसके लिए रामकृष्ण मिशन जैसे सामाजिक संगठनों का सहयोग जरूरी है। हम सभी को स्वामी विवेकानंद जी के सपनों का भारत व झारखंड बनाना है। गरीबों के चेहरे पर मुस्कान लाना है सभी का एक मात्र लक्ष्य होनी चाहिए। वे आज मोराहबादी स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम में वाटर हार्वेस्टिंग मॉडल के उदघाटन के बाद विश्व मृदा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि केवल अफसरशाही के भरोसे विकास नहीं हो सकता है। 67 साल में देश ने यह देख लिया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों की आय दोगुनी करने के लिए शुरू किये गये अभियान में मिट्टी के स्वास्थ्य की जांच कर वहां होनेवाली ऊपज के बारे में किसानों को सलाह दी जाती है। इसका असर दिख रहा है। भूमि की पैदावार बढ़ गयी है। हम सब मिलकर गांवों में थोड़ा प्रयास करें, तो प्राकृतिक संसाधन और संपदाओं से भरे झारखंड राज्य से हम गरीबी को समाप्त कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रामकृष्ण मिशन द्वारा रांची, रामगढ़ और खूंटी के 120 गांवों में बनाये गये विवेकानंद सेवा संघ की सराहना करते हुए कहा कि इनके जिम्मे काफी कुछ रहेगा। सरकार इन्हें 8000 रुपये मासिक देगी। दो आंगनबाड़ी पर एक क्लब बनाया जा रहा है। इसमें सेवा संघ के स्वयंसेवकों को शामिल किया जायेगा। इनका काम होगा गांव के लोगों की सोच बदलना। हर सप्ताह गांव वालों के साथ बैठक कर गांव के लिए तीन साल का विलेज डेवलेपमेंट प्लान तैयार करें। गांव को नशामुक्त हेतु प्रेरित करें। खुले में शौच बंद करायें। जिन घरों में शौचालय नहीं है, उनकी सूची बनायें। सरकार वहां शौचालय बनाने हेतु पैसा देगी।

इसी प्रकार गांव के सभी बच्चे स्कूल जायें, इसे सुनिश्चित करें। ड्राप आउट कर चुकीं 14 से 24 वर्ष की बालिकाओं की रूचि जाने। जो गरीबी के कारण पढ़ाई से वंचित हैं, सरकार उन्हें पढ़ायेगी। जो काम करना चाहती हैं, उनका कौशल विकास कर रोजगार से जोड़ा जायेगा। गांव के बीपीएल परिवारों की सूची तैयार करें। इन परिवारों को प्रशिक्षित कर रोजगार से जोड़ा जायेगा। इससे उन्हें जो आमदनी होगी और वे बीपीएल की श्रेणी के बाहर आ सकेंगे। इसमें मधुमक्खी पालन, गाय पालन, मुर्गीपालन, बकरी पालन, सुकर पालन के साथ ही वस्त्र निर्माण आदि का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके साथ ही गांव में डोभा, कुआं, तालाब, चेकडैम आदि बनाने के लिए भी गांव वाले ही बतायेंगे। सरकार उन्हें सीधे पैसे दे देगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति अत्यंत प्राचीन हैं। स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में जाकर हमारी संस्कृति और आध्यात्म के बारे में दुनिया को अवगत कराया। हमें अपनी संस्कृति पर गर्व होनी चाहिए। पाश्चात्य संस्कृति हमारे झारखंड की संस्कृति को नष्ट करना चाहती है। हम सभी को इससे सावधान रहने की जरूरत है। स्वामी जी के बतायी बातों का अनुकरण करना चाहिए। झारखंड के विकास में भी स्वामी जी का योगदान अहम है। जमशेदजी टाटा को उन्होंने ही भारत में स्टील प्लांट लगाने के लिए प्रेरित किया था, जब श्री टाटा विदेश में प्लांट लगाने के उद्देश्य से विदेश जा रहे थे। देश का पहला औद्योगिक प्लांट हमारे राज्य में लगा।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने किसानों के बीच मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया। उन्होंने कहा कि जैसे मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए यह कार्ड है, उसी प्रकार लोगों के स्वास्थ्य के लिए मुख्यमंत्री हेल्थ बीमा शुरू की गयी है, जिससे गरीब से गरीब व्यक्ति भी दो लाख रुपये का इलाज करवा सकते हैं। उन्होंने रामकृष्ण विवेकानंद विश्वविद्याल को भी मंजूरी प्रदान की।

रांची सांसद रामटहल चैधरी ने कहा कि गांवों के विकास की दिषा में काफी कार्य किये जा रहे हैं। रामकृष्ण मिषन का योगदान काफी सराहनीय है।

मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय दोगुणा करने के लिये काफी काम कर रही है। सभी स्वामी विवेकानंद जी का सूत्र उठो जागो और तबतक मत रूको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाये के आधार पर काम करना है। इसमें सभी का योगदान जरूरी है।

कार्यक्रम में रामकृष्ण मिशन आश्रण के सचिव स्वामी भवेशानंद जी, कृषि सचिव श्रीमती पूजा सिंघल, रामकृष्ण विवेकानंद विश्वविद्याल के कुलपति स्वामी आत्मप्रियानंद, नाबार्ड के सीजीएम सुब्रतो मंडल समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

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