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जननायक कर्पूरी ठाकुर पिछड़ों के मसीहा ही नहीं क्रांतिकारी मार्गदर्शक भी थे : राजेश

रांची, झारखण्ड  | जनवरी  | 24, 2022 ::  जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती समारोह का दीप प्रज्वलित कर उनके तस्वीर पर माल्यार्पण करने के पश्चात राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर पिछड़ों के मसीहा ही नहीं क्रांतिकारी मार्गदर्शक भी थे.
केंद्र सरकार जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दे जिसकी मांग राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा करता है. उसी का परिणाम था कि देश में पहली बार ओबीसी का आरक्षण 1978 में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी ने बिहार में लागू किया. जिससे एकीकृत बिहार में ओबीसी समुदाय का सरकारी ओहदे में प्रतिनिधित्व बढा।
श्री गुप्ता ने कहा की जननायक कर्पूरी ठाकुर कहा करते थे पिछड़े वर्गों का आर्थिक उन्नति से मान सम्मान नहीं मिल सकता जब तक देश में संविधान अनुसार सभी वर्गो में समता कायम ना हो जाए इसलिए देश में समता कायम करने की दिशा मे काम होनी चाहिए।
प्रदेश महासचिव योगेंद्र प्रसाद ठाकुर में कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर का आचरण निजी और सार्वजनिक जीवन में ऊंचे मानदंड स्थापित किए थे इसलिए उन्हें जननायक का उपाधि प्राप्त हुआ। वरिष्ठ समाजसेवी विद्याधर प्रसाद ने कहा कि बिहार में जननायक करपुरी ठाकुर पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे जिन्होंने मैट्रिक में अंग्रेजी की अनिवार्यता समाप्त की आठवीं तक की शिक्षा मुफ्त की जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों का काफी लाभ हुआ और कई हजारों लोग सरकारी सेवा में आए।
कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी विद्याधर प्रसाद प्रदेश महासचिव योगेंद्र प्रसाद ठाकुर महानगर अध्यक्ष विष्णु सोनी राम लखन साहू कार्यालय प्रभारी संतोष शर्मा विक्रम प्रसाद सुनैना कुमारी अभय गुप्ता सुदीप साहू आदि ने भी माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया .

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