आलेख़

वीर :: अर्पणा सिंह ( रांची )

वीर
धन्य है वो माँ जिसके गर्भ से
वीर तुमने जन्म लिया
ना ख्याति की चिंता ना धन की परवाह
राष्ट्र हित में तुम कठिन काँटों भरी
राहों पर अग्रसर रहा
ऐ वीर सेनानी तेरी क्या तारीफ करूँ
जब हम दुबके रहे अपने घरों में
तुम देश की रक्षा के लिए
शरहदो पर डटे रहे
धन्य है वो माँ…….
छोड़ नई नवेली दुल्हन को
मातृभूमि को दुल्हन बनाने को
तुम डटे रहे उन दरिंदों के सामने
जिसे ने तेरी मेहंदी की लाली
न पायल की झंकार सुनाई दी
धन्य है वो माँ……………….
क्या दोष है उस मासूम की
जिसके सर से पिता की साया हटी
कितनी माँओं का आँचल सुना हुआ
कितनी दुल्हने विरांगना बनी
धन्य है वो माँ……………..
पर इन विकट परिस्थितियों को देखकर
तुम तनिक भी ना विचलित हुए
हरक्षण-हरपल मातृभूमि की रक्षा हेतु
कठिन पथ पर अग्रसर रहे
धन्य है वो माँ जिसके गर्भ से वीर तुमने जन्म लिया |

अर्पणा सिंह
रांची, झारखंड

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