Breaking News Latest News झारखण्ड

नुक्कड़ नाटक ::  उद्देश्य समाज में मध्यस्थता के प्रति जन जागरूकता लाना

 

रांची, झारखण्ड  | अप्रैल  | 12, 2022 ::  व्यवहार न्यायालय, रांची में नुक्कड़ नाटक का आयोजन संतोष कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग एंड एजुकेशन की लीगल लिटरेसी क्लब एवं झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) के संयुक्त तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय, रांची में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया।
आयोजित कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में मध्यस्थता के प्रति जन जागरूकता लाना था।
कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्या डॉ शुभ्रा ठाकुर के संबोधन एवं विषय प्रवेश के साथ हुआ।
प्रस्तुत नाटक के माध्यम से मध्यस्थता के महत्व को दर्शाया गया। अभिनय के माध्यम से मध्यस्थता प्रक्रिया की जीवंत प्रस्तुति की गई। इसमें भूमि विवाद एवं घरेलू झगड़ों के निपटारे को दिखाया गया।
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि मध्यस्थता के द्वारा कई विवादों को सुलझाया जा सकता है एवं कोर्ट-कचहरी की लंबी कानूनी प्रक्रिया से बचा जा सकता है।
यह कार्यक्रम कमला कुमारी (सचिव, डालसा) एवं श्री अरुण कुमार राय (ज्यूडिशियल कमिश्नर) के सौजन्य से संपन्न हुआ।
मौके पर अशोक कुमार (ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट), दिग्विजय नाथ शुक्ला (रजिस्ट्रार), एडवोकेट रवी शंकर प्रसाद, निरंजन नाग आदि उपस्थित थे
अपने संबोधन में डालसा सचिव कमला कुमारी ने कहा कि वर्षों पुराने विवाद का निदान मेडिएशन से संभव है। वर्तमान समय में मध्यस्थता की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई है।
संस्थान की निदेशिका डॉ रश्मि ने कहा कि मध्यस्थता एक परंपरागत विधि है, जो आधुनिक समय में भी अपना अस्तित्व बनाए हुए है। छोटे-छोटे मामलों को संवाद से सुलझाया जा सकता है। मध्यस्थता से हम अपना समय, श्रम, पैसा एवं उम्र को बचाते हैं।
मौके पर सभी व्याख्याता गण एवं प्रशिक्षु शिक्षक उपस्थित थे।

Leave a Reply