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खेल दिवस का उद्देश्य स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण करना :: एम मोदस्सर

राची, झारखण्ड | अगस्त | 29, 2023 ::

भारत एक विशाल देश होने के साथ ही साथ कई धर्मों और संस्कृतियों का पोषक भी रहा है, यह भी एक कारण है कि हमारा देश विविधताओं से भरा हुआ है।
ऐसे विशाल राष्ट्र में देश प्रेम की भावना और आपसी एकता बनाए रखना आसान नहीं।
आपस में प्रेम और सहभागिता बनाए रखने में खेल एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ओलिंपिक जैसे खेलो का उदय भी युद्धों को रोकने के लिए हुआ।
जब हम एक दूसरे के विरुद्ध खेल रहे होते है तब जीतने के लिए क्या कुछ नहीं करते किंतु नियमों का पालन करते हुए।
हम एक दल के रूप में खेल रहे होते हैं, तब आपसी सहभागिता का जो पाठ सीखने को मिलता है, निश्चित तौर पर कहीं और नहीं सिखाया जा सकता।
खेल शारीरिक और मानसिक रूप से किसी कार्य को बेहतरीन तरीके से करने के लिए सक्षम तो बनाता ही है, साथ ही खेल शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखते हुए सहभागिता का पाठ पढ़ाता है।
खेल का गुण यह भी है कि खेल नेतृत्व क्षमता का विकास करता है एवं व्यक्ति के अंदर राष्ट्र के प्रति एक अनूठे प्रेम को जागृत करता है।
किसी खिलाड़ी का अपने देश के लिए खेलना और स्वर्ण पदक जीत कर अपने राष्ट्रीय ध्वज को लहराता हुआ देखना सबसे बड़ा लक्ष्य होता है।
29 अगस्त 2012 से भारत सरकार ने मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाना शुरु किया।
इस घोषणा का उद्देश्य जहां एक ओर मेजर ध्यानचंद को सम्मान देना था, वहीं दूसरी ओर आम भारतीय नागरिकों के अंदर खेल के प्रति जागरूकता लाना भी था।
किंतु इन एक दशक में यह दिन सिर्फ एक समारोह ही बन कर रहा गया है।
निःसंदेह सोशल मीडिया में तो लोग राष्ट्रीय खेल दिवस के प्रति जागरूक हैं, किंतू खेल के मैदान पर नहीं।
राष्ट्रीय खेल दिवस सिर्फ एक सेलिब्रेशन ही नहीं बल्कि हमारी शारीरिक गतिविधियों की आवश्कताओं का रिमाइंडर भी है।
खेल जहां एक ओर मनोरंजन प्रदान करता है, वहीं दूसरी ओर राष्ट्र के निर्माण पर अग्रिम भूमिका निभाता है।
मेजर ध्यानचंद को वास्तविक सम्मान तब ही मिलेगा जब उनके पद चिन्हों पर चलते हुए भारत के खिलाड़ी हॉकी ही नहीं अन्य खेलों में भी ओलंपिक जैसे बड़े प्रतियोगिता में लगातार स्वर्ण पदक प्राप्त कर हमारे भारत का नाम विश्व स्तर पर स्वर्ण अक्षरों से लिखे तथा राष्ट्रीय खेल दिवस का वास्तविक लक्ष्य तभी पूरा होगा, जब देश के प्रत्येक व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के प्रति प्रतिदिन जागरूक हो जाएं एवं हार हाल में आपसी भाईचारा कायम रखे।

एम मोदस्सर
सहायक शिक्षक
अपग्रेड हाई स्कूल मसमानो, चन्हों, रांची

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