कोलकाता । सितम्बर | 15, 2017 :: कोलकाता में आयोजित तीन दिवसीय बिम्सटेक एक्सपो 2017 का झारखण्ड और आसाम पार्टनर राज्य हैं। आज उद्घाटन हुए एक्सपो में झारखण्ड का प्रतिनिधित्व डाॅ सुनील कुमार वर्णवाल , उद्योग सचिव कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बंग्लादेश, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैण्ड आदि देशों के राजनयिकों ने भारत के व्यापार जगत में झारखण्ड के ठोस पहल और व्यापार अनुकूल वातावरण की सराहना की है। इस अवसर पर झारखण्ड राज्य के द्वारा एक पैवेलियन भी बनाया गया है। इस पैवेलियन में राज्य के उद्योग और व्यापार जगत की नीतियों तथा मोमंेटम झारखण्ड सहित पर्यटन एवं संस्कृति संबंधी सूचना प्रदर्शित की गई हैं।बिम्सटेक प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए डाॅ सुनील वर्णवाल ने अपने संबोधन में कहा कि बंगाल की खाड़ी देशों में बहुप्रक्षेत्रीय आर्थिक एवं तकनीकी सहयोग के लिये बिम्सटेक का गठन बड़ी पहल है। भारत व्यापार एवं उद्योग के साथ तकनीकी क्षेत्र में सदस्य देशों के विकास में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। साथ ही देश के पूर्वी राज्यों में झारखण्ड में राजनीतिक स्थिरता से तथा समयबद्ध नीति निष्पादन से उद्योग, व्यापार और निवेश के लिये बेहतर माहौल तैयार हुआ है। मोमेंटम झारखण्ड के तहत वैश्विक स्तर पर निवेश का माहौल बना है। लगभग 3 लाख करोड़ के निवेश के लिये पहल हुई है। 210 एमओयू हुए है जिनमें से 95 एमओयू धरातल पर उतर चुके हैं।
झारखंड और बांग्लादेश के बीच उर्जा को लेकर द्विपक्षीय करार हुआ है। झारखंड पड़ोसी राज्यों के साथ तथा बिम्सटेक देशों के प्रति सहयोग एवं व्यापारिक साझेदारी पर विशेष पहल करने के लिये तैयार है। विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रशांत अग्रवाल की अध्यक्षता में एक राउंड टेबुल कांफ्रेंस हुई जिसमें सदस्य देशों के बीच सहयोग और साझेदारी की संभावनाओं पर चर्चा की गई। एक्सपो के उद्घाटन सत्र में बांग्लादेश के उद्योग मंत्री अल्हाज आमिर हुसैन पश्चिम बंगाल के उद्योग मंत्री साधन पांडेय, बिम्सटेक के समन्वयक लाहपल जाउ गुणे, विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रशांत अग्रवाल, ढाका स्थित बिम्सटेक मुख्यालय के निदेशक प्रवीण हजारिका, भारतीय चैंबर आॅफ काॅमर्स के अध्यक्ष श्री शाश्वत गोयनका तथा चैंबर के महासचिव राजीव सिंह उपस्थित थे।