रांची, झारखण्ड । अप्रैल | 22, 2018 :: कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स एवं कलाकृति आर्ट फाउंडेशन डोरंडा के तत्वाधान में दिनांक 22 अप्रैल 2018 को विश्व पृथ्वी दिवस का आयोजन किया गया | इस अवसर पर बच्चों के लिए चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया | प्रतियोगिता में बच्चों ने अपनी चित्रों के माध्यम से धरती माँ के प्रति अपनी आभार व्यक्त की| सभी बच्चों ने धरती को हराभरा एवं स्वक्ष रखने का सन्देश दिया | इस प्रतियोगिता में तीन वर्गों में बरवी कक्षा तक के छात्र छात्राओं ने भाग लिया | सभी विजेताओं को संस्था के ओरे से पुरस्कृत किया जायेगा | इस अवसर पर संस्था के छात्रों ने हर वर्ष अपने और अपने परिजनों के जन्मदिवस पर एक वृक्ष लगाने का संकल्प किया | इस कार्यक्रम में संस्थान के 300 छात्रों ने भाग लिया |
इस उपलक्ष पर कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के निदेशक एवं कला शिक्षक धनंजय कुमार ने बच्चों को विश्व पर्यावरण दिवस की महत्ता समझाई | उन्होंने कहा धरती को सबसे अधिक आधुनिक युग में सुविधाओं के विस्तार ने ही चोट पहुँचाई है। मनुष्यों की सुविधा के लिए बनाई गयी पॉलीथीन सबसे बड़ा सिरदर्द बन गई है। इनको जलाने से निकलने वाला धुआँ ओज़ोन परत को भी नुकसान पहुँचाता है जो ग्लोबल वार्मिग का बड़ा कारण है। देश में प्रतिवर्ष लाखों पशु-पक्षी पॉलीथीन के कचरे से मर रहे हैं। इससे ज़मीन की उर्वरा शक्ति नष्ट हो रही है तथा भूगर्भीय जलस्रोत दूषित हो रहे हैं| विश्व पृथ्वी दिवस महज़ एक मनाने का दिन नहीं है। इस बात के चिंतन-मनन का दिन है कि हम कैसे अपनी वसुंधरा को बचा सकते हैं। धरती को बचाने में ऐसे कई तरीक़े हैं जिसे हम अकेले और सामूहिक रूप से अपनाकर योगदान दे सकते हैं। हर दिन को पृथ्वी दिवस मानकर उसके संरक्षण के लिए कुछ न कुछ करते रहना चाहिए| हम सभी जो कि इस स्वच्छ श्यामला धरा के रहवासी हैं उनका यह दायित्व है कि दुनिया में क़दम रखने से लेकर आखिरी साँस तक हम पर प्यार लुटाने वाली इस धरा को बचाए रखने के लिए जो भी कर सकें करें, क्योंकि यह वही धरती है जो हमारे बाद भी हमारी निशानियों को अपने सीने से लगाकर रखेगी। लेकिन यह तभी संभव होगा जब वह हरी-भरी तथा प्रदूषण से मुक्त रहे और उसे यह उपहार आप ही दे सकते हैं।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने संस्था उपनिदेशक रजनी कुमारी, सीमा प्रकाश, आयेशा, हर्ष, हर्षिता, रूबी, आरती, अंजलि, कोमल, विकाश, अनिकेत, अर्चना आदि का सहयोग रहा |
कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स डोरंडा कन्या पाठशाला में विगत 17 वर्षों से प्रतेक रविवार को प्रातः 7:00 बजे से विभिन्न वर्गों के छात्र छात्राओं को चित्रकला की शिक्षा प्रदान करती है | कोई भी इछुक छात्र छात्राएं किसी भी समय संस्था में दाखिला ले सकते हैं | यह जानकारी कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के निदेशक एवं कला शिक्षक श्री धनंजय कुमार ने दी |