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सुनना और सीखना बदलाव के लिए महत्वपूर्ण :: गुड़िया झा

रांची , झारखण्ड | जनवरी   | 06, 2021 :: कुछ नया सीखने की उत्सुकता हमारे सोचने, समझने, सुनने और  बोलने के ढंग को बदल देती है।
हम अपने आसपास छोटे बच्चों को देखते हैं कि उनके भीतर सभी चीज को समझने और नया सीखने की उत्सुकता काफी तेज होती है।
लेकिन हम बड़े अपने-आप को ज्ञान से पूर्ण समझ कर कुछ नया सीखना ही नहीं चाहते हैं।
जबकि यदि हम अपनी इस धारणा को छोड़कर आगे बढ़ेंगे, तो पायेंगे कि हमारे आसपास कई ऐसे लोग भी मौजूद हैं, जो हमारे सीखने की प्रक्रिया को और भी ज्यादा बेहतर बनाते हुए हमें जीवन से जुड़ी हुई ऐसी बातें भी सिखाते हैं जिनके बारे में हम बिल्कुल ही अनजान हैं।
प्रत्येक दिन कुछ नया सिख कर हम स्वयं के साथ-साथ औरों में भी बदलाव ला सकते हैं।
जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में जिज्ञासा का महत्व है। लीडरशीप कोच व एचआर विशेषज्ञ उत्सुकता को खास गुण मानते हैं।
अच्छी बातों को जानने और सीखने की जिज्ञासा हमारे अपने भीतर के गुणों को पहचान कर व दोषों को दूर कर जीवन के प्रति हमारे नजरिये को भी बदलता है जो कि समाज और देश हित में कार्य करने की हमें प्रेरणा देता है।

1, क्या नया सीखें?
आमतौर पर हमें अपने आसपास बहुत सी ऐसी बातें सुनने को मिलती हैं जिसमें अलगाववादी विचारधाराओं का ज्यादा प्रचार प्रसार होता है।
इन सबके अनुकूल यदि हम अपने जीवन में उन बातों को ज्यादा महत्व देंगे जिसमें सभी को एक दूसरे से जुड़ने की प्रक्रिया शामिल हो।
जैसे- हमारा परिवार से, परिवार का समाज से, समाज का देश से,  देश का पूरे विश्व से तथा विश्व का पूरे ब्रह्मांड से।
सकारात्मक लोगों का साथ तथा हमारे सकारात्मक विचार जीवन को सही दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
हम स्वयं के साथ साथ दूसरों को भी हमेशा कुछ नया सीखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
कई बार हमारे मन में ये विचार भी आते हैं कि सब कुछ तो हमें आता है अब क्या सीखना?
ऐसा सोच कर हमने तो अपने विचारों को केवल एक छोटे से दायरे में सीमित कर लिया है।

2, किससे सीखें।
कुछ अच्छा सिखाने वाले की भी अपनी एक विशेष पहचान होती है।
जिनके बोलने का अंदाज, समझाने का तरीका और दूसरों के भावनाओं को समझने की उनमें एक विशेष कला होती है।
कुछ अच्छा सीखने के लिए सुनना आवश्यक है।
उनके अच्छे विचार तथा उनके द्वारा किये गये समाज और देश हित में सराहनीय कार्य हमें उस विचार धारा से जोड़ते हैं जो सभी के हित में हैं।
अच्छी तरह से सुनने के लिए पूर्वाग्रह से मुक्त होना आवश्यक है।
पूर्वाग्रह से मुक्त होने के लिए शिकायतों को छोड़ना आवश्यक है।
शिकायतों को छोड़ने के लिए भी किसी बात व घटनाओं को सशक्त अर्थ देना आवश्यक है।
अच्छी बातों को सुनने के बाद जब हमारे मस्तिष्क पर उन बातों का गहरा प्रभाव पड़ेगा, तो हमारे व्यवहार व विचार में नया परिवर्तन आयेगा ।
सीखी गई अच्छी बातों को नियमित रूप से अपने दैनिक जीवन में अभ्यास कर दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे, तो हमारा आचरण दिन-प्रतिदिन बेहतर होता जायेगा। शास्त्रों में भी कहा गया है कि गुरु की बातों को अच्छी तरह सुनने से विद्या होती है।

जिनसे हम अच्छी बातें सीखते हैं, तो ऐसे लोगों के प्रति हमारा श्रद्धा और विश्वास लागातार बढ़ता जाता है।
अब ये हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने श्रद्धा और विश्वास को बनायें रखें तथा सही बातों को अपने जीवन में अनुकरण कर आगे बढ़ते जायें।

3, सीखने की उत्सुकता कैसे बनाये रखें?
अधिकांश हमारे मन में यह विचार आता है कि हम जैसे हैं, वैसे ही ठीक हैं।
अपने आप को हम कभी बदलना ही नहीं चाहते हैं।

कहा जाता है कि किसी अच्छी बात को हमारे जानकार कई तरह से बताते हैं।
जब हम उनकी बातों को सही तरीके से पहचानने लगेंगे , तो हमारे भीतर सीखने की उत्सुकता बढ़ेगी।
समस्त ज्ञान का उद्देश्य ब्रह्मांड को अच्छा बनाये रखना है। ब्रह्मांड को अच्छा तभी बनाया जा सकता है जब हम अपने भीतर बदलाव लायेंगे।
जब इस ओर हमारा ध्यान जाएगा तो सीखने की उत्सुकता अपने आप ही बढ़ेगी।

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