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वाहनों, मशीनों को भी चाहिए उचित देखभाल : गुड़िया झा

वाहनों, मशीनों को भी चाहिए उचित देखभाल : गुड़िया झा

 

हमारा भारत देश संस्कृतियों से परिपूर्ण है। सभी प्रकार के त्योहारों का उद्देश्य भी अलग-अलग होता है। ईश्वर ने इस दुनिया में जितनी भी चीजें बनायी हैं, उन सभी के लिये किसी न किसी त्योहार के माध्यम से उसके महत्त्व को भी दर्शाया है। उन्हीं में से एक है वाहनों, मशीनों की सुरक्षा और समय-समय पर उनकी उचित देखभाल के लिए विश्वकर्मा पूजा का आयोजन। इसकी एक तिथि भी प्रत्येक वर्ष लगभग निश्चित होती है कि 17 सितंबर को ही इसका आयोजन किया जाता है।
इस पूजा के माध्यम से हमें यह सिख मिलती है कि जिस प्रकार से हम अपने जीवन में उन सभी चीजों को महत्त्व देते हैं और उनकी देखभाल के लिए समय-समय पर जागरूक रहते हैं, ठीक उसी प्रकार से हम अपने घर में प्रतिदिन उपयोग में आने वाले वाहनों और अन्य मशीनों का चाहे वह छोटे हों या बड़े, उन्हें भी हमारे प्यार और उचित देखभाल की जरूरत होती है। हमारे थोड़े से ध्यान देने से ये भी अपनी सेवाएं देने में पीछे नहीं हटते हैं।
1, देखभाल।
जब हम अपने जीवन में वाहनों और मशीनों का समुचित उपयोग करते हैं, तो ये हमारी भी जिम्मेदारी बनती है कि समय-समय पर इनकी साफ-सफाई और रिपेयरिंग हो। जब भी कभी सुविधा हो, तो इन्हें रिपेयरिंग सेंटर में ले जाकर इनकी जांच अवश्य करानी चाहिए जिससे कि हमें यह पता चल पायेगा कि इनके अंदर कोई तकनीकी खराबी तो नहीं है। इसका एक फायदा यह होगा कि थोड़ी सी खराबी पाये जाने पर भी इनको कम कीमत पर ठीक किया जा सकता है और दूसरा यह कि जब कभी हमें अति आवश्यक कार्य हो तो ऐसे समय में इनके कारण हमें कोई असुविधा नहीं होगी। जिससे हम कई प्रकार की परेशानियों से बच भी पायेंगे और तनाव भी हमारे ऊपर हावी नहीं होगा।
2, इनके उपयोग पर सावधानी।
जिस प्रकार से हम अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए इसकी उपयोगिता को बनाये रखते हैं। उसी प्रकार से वाहनों और मशीनों की उपयोगिता की अपनी एक सीमा होती है। इनकी क्षमता के अनुसार इनका उपयोग किया जाये, तो ना ये केवल लंबी अवधि तक अपनी सेवाएं हमें देते हैं, बल्कि हमारी सुरक्षा को भी सुनिश्चित करते हैं।
आज के इस आधुनिक युग में हर कार्य लगभग टेक्नोलॉजी के माध्यम से ही होते हैं। जैसे- लैपटॉप, मोबाइल, कई प्रकार की मशीनें आदि।
जब हम कभी सफर में भी होते हैं, तो ये सभी चीजें हमारे साथ होती हैं। जिससे कि हम दूर बैठे कहीं से भी अपना कार्य इन टेक्नोलॉजी के माध्यम से बड़ी आसानी से कर पाते हैं। जब ये सभी चीजें इतनी सारी सुविधाएं हमें देती हैं, तो हमें भी इनके प्रति प्यार और समर्पण की भावना तो रखनी होगी। विश्वकर्मा पूजा भी हमें यही संदेश देता है कि अध्यात्म किसी न किसी माध्यम से हमें जुड़ना सिखाता है।

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