रांची , झारखण्ड | जनवरी | 29, 2020 ::
*कलाकृति आर्ट फाउंडेशन के द्वारा सोहराई पेंटिंग की तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न
*कार्यशाला में बने 200 पेंटिंग्स की प्रदर्शनी शुरू
कलाकृति आर्ट फाउंडेशन एवं कला सांस्कृतिक निदेशालय झारखण्ड सरकार के सहयोग कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के डोरंडा कन्या पाठशाला स्थित केंद्र में चल रहे झारखण्ड की लोककला सोहराई पेंटिंग की तीन दिवसीय निशुल्क प्रशिक्षण शिविर के आखिरी दिन आज सभी प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया |
इससे पहले आज सभी प्रतिभागियों ने अपनी कला को अंतिम रूप दिया | इस कार्यशाला में कलाकृति आर्ट फाउंडेशन एवं कला सांस्कृतिक निदेशालय झारखण्ड सरकार के सहयोग से निशुल्क प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी थी |
प्रशिक्षण शिविर के दौरान बनाईं गयी कृतियों को प्रदर्शित भी किया गया |
आज इस अवसर पर मुख्या अतिथि के रूप में दिल्ली पब्लिक स्कूल रांची के प्राचार्य डॉ राम सिंह उपस्थित थें एवं विशिस्थ अतिथि के रूप में सांस्कृतिक निदेशक, झारखण्ड सरकार के श्री दीपक कुमार शाही एवं मदरस इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक श्री संजीत कुमार मिश्रा उपस्थित थें | गणमान्य अतिथि में सांकृतिक निदेशालय से सर्वश्री अमिताभ कुमार (उप निदेशक) , विजय पासवान (सहायक निदेशक), विकेक कुमार , गौरी शंकर, बजरंग प्रसाद एवं अन्य अतिथि गन उपस्थित थें|
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ सिंह ने कहा की इस तरह के कार्यशालाओं के आयोजन से झारखण्ड की लोक कला को जन जन तक पहुँचाने और बच्चों में इस हुनर के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न करने का कलाकृति आर्ट फाउंडेशन का सराहनीय प्रयास है | इस तरह के कार्यशाला से हमे हमारी लोक कला को संरक्षित एवं पुरे विश्व पटल पर लाने का एक ससक्त माध्यम है |
इस कार्यशाला में राँची एवं आस पास के 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया | इस अवसर पर 200 सोहराई पेंटिंग्स की प्रदर्शनी भी आयोजित की गयी है | विशिस्त्त अतिथि सांस्कृतिक निदेशक, झारखण्ड सरकार के श्री दीपक कुमार शाही ने कहा की कलाकृति आर्ट फाउंडेशन कला के क्षेत्र में लगातार 18 वर्षों से बहोत बढ़िया काम कर रही है और इस कार्य में झारखण्ड सरकार का सहयोग निरंतर मिलता रहेगा |
इस तीन दिवसीय कार्यशाला में कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के निदेशक एवं कला शिक्षक धनंजय कुमार के द्वारा सोहराई कला की महत्ता एवं बारीकियों को सिखया गया | कार्यशाला के पहले दिन सोहराई कला की पारंपरिक तकनीक की जानकारी दी गयी दुसरे दिन इस कला में इस्तेमाल होने वाले रंगों की विस्तृत जानकारी दी गयी एवं पेंटिंग की पद्धति सिखाई गयी | श्री कुमार ने कहा की इस कार्यशाला के माध्यम से अत्यंत पिछड़ा वर्ग और निर्धन छात्रों को हुनरमंद बना कर उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध करने की है | युवतियां और बच्चें इस कला को सीख कर स्वाबलंबी बने एवं झारखण्ड की इस लोक कला का पुरे विश्व प्रचार प्रसार एवं संरक्षण में सहयोग करें |
इस अवसर पर कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के निदेशक धनंजय कुमार, समाजसेवी संस्था कलाकृति आर्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री रविशंकर गुप्ता जी, शशिकांत, डब्लू कुमार, अजय कुमार भरपूर सहयोग रहा |
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था की उपनिदेशिका श्रीमती रजनी कुमारी के सोहराई कलाकार कोमल, शिखा, आयशा, हर्षिता, हर्ष, विकाश, एवं सभी छात्रों का योगदान रहा |