Second day of sohrai painting training camp
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सोहराई पेंटिंग की तीन दिवसीय निशुल्क प्रशिक्षण शिविर : दूसरा दिन

Second day of sohrai painting training camp

रांची , झारखण्ड | जनवरी | 28, 2020 :: कलाकृति आर्ट फाउंडेशन एवं कला सांस्कृतिक निदेशालय झारखण्ड सरकार के सहयोग कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के डोरंडा कन्या पाठशाला स्थित केंद्र में चल रहे झारखण्ड की लोककला सोहराई पेंटिंग की तीन दिवसीय निशुल्क प्रशिक्षण शिविर के दुसरे दिन आज प्रतिभागियों ने सोहराई कला में उपयोग होने वाले कृतियों को बनाना सिखा | इस कार्यशाला में आयोजकों के द्वारा निशुल्क प्रशिक्षण के साथ साथ प्रतिभागीओं को कला सामग्री की भी व्यवस्था निशुल्क की गयी है | इस कार्यशाला का आयोजन झारखण्ड की लोक कला को जन जन तक पहुँचाने और बच्चों में इस हुनर के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न करने हेतु आयोजित की गयी है | इस कार्यशाला में राँची एवं आस पास के 50 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं |
इस अवसर पर 200 सोहराई पेंटिंग्स की प्रदर्शनी भी आयोजित की गयी है | प्रशिक्षण कार्यक्रम 29 जनवरी तक चलेगा और अंतिम दिन संध्या 4 बजे प्रतिभागीओं को परितोसिका प्रदान की जाएगी | इस अवसर पर डी पी एस रांची के प्राचार्य डॉ. राम सिंह एवं सांस्कृतिक निदेशालय के निदेशक श्री दीपक साही एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे |

इस तीन दिवसीय कार्यशाला में कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के निदेशक एवं कला शिक्षक धनंजय कुमार के द्वारा सोहराई कला की महत्ता एवं बारीकियों को सिखया जा रहा है | कार्यशाला के दुसरे दिन सोहराई कला की पारंपरिक तकनीक की जानकारी दी गयी एवं इस कला में इस्तेमाल होने वाले रंगों की विस्तृत जानकारी दी गयी | श्री कुमार ने कहा की इस कार्यशाला के माध्यम से अत्यंत पिछड़ा वर्ग और निर्धन छात्रों को हुनरमंद बना कर उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध करने की है | युवतियां और बच्चें इस कला को सीख कर स्वाबलंबी बने एवं झारखण्ड की इस लोक कला का पुरे विश्व प्रचार प्रसार एवं संरक्षण में सहयोग करें |

इस अवसर पर कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के निदेशक धनंजय कुमार, समाजसेवी संस्था कलाकृति आर्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री रविशंकर गुप्ता जी, डब्लू कुमार, अजय कुमार भरपूर सहयोग रहा |

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था की उपनिदेशिका श्रीमती रजनी कुमारी के सोहराई कलाकार कोमल, शिखा, आयशा, हर्षिता, हर्ष, विकाश, शुभम, एवं सभी छात्रों का योगदान रहा |

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