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श्रीमद्भागवत कथा का छठा दिन : जो अनहोनी को होनी कर दे, वहीं भगवान: पंडित नीरज कृष्ण

रांची, झारखण्ड | मार्च |17, 2023 ::  हुटुप गौशाला में गौ माता को समर्पित सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन शुक्रवार को श्रोताओं को भगवान की परिभाषा बतायी गयी। वृंदावन से आये पंडित नीरज कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भगवान की परिभाषा की चर्चा करते हुए कहा कि जो अनहोनी को होनी कर दे, वहीं भगवान है। जिनके पास संपूर्ण एश्वर्य है, ये भगवान के गुण है। जिन गुणों को हम जानते हैं, वो सभी गुणों का स्त्रोत भगवान में होते हैं। भगवान के अंदर संपूर्ण धर्म विराजमान है। भगवान जो जानते हैं, वो धर्म है और जो करते हैं, वो भी धर्म है। यश के गुण भगवान में होते हैं। सृष्टि के पहले भी भगवान का यश था और सृष्टि के विनाश के बाद भी उनका यश रहेगा। वहीं, भगवान को ज्ञान ऐसा है कि आप कभी उन ज्ञानों को प्राप्त नहीं कर सकते हैं।

पंडित नीरज कृष्ण शास्त्री ने कहा कि बार बार भगवान को याद करते रहना, यह भी भगवान की महिमा और आशीर्वाद है। भक्तों के हित लिए भगवान ने हमेशा मानव रूप धर कर उनका कल्याण किया। कलयुग में भगवान का सदैव स्मरण करने से भगवान की कृपा बरसती है। नियमित रूप से निर्मल मन से भगवान का याद करने वाला सदा भगवान का प्रिय बना रहता है। वहीं कपटी और छलिया लोगों से भगवान दूर ही रहते हैं।

उन्होंने भगवान कृष्ण के चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि धरती लोक पर श्रीनारायण ने कृष्ण का रूप धर कर मानव का कल्याण किया। इस दौरान उन्होंने जितने कष्ट झेले, अगर वो कष्ट आम मानव के जीवन में आ जाये, तो घबरा ही जाये। लेकिन भगवान कृष्ण हमेशा मुस्काते रहे। उनके चित्र पर हमेशा मुस्कुराहट की दिखेगी।

श्री गोपीकृष्ण सेवा संस्थान रांची के तत्वावधान में आयोजित यह कथा का समापन शनिवार 18 मार्च को होगा। कथा तीन बजे से शाम छह बजे तक चलेगी। कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्थान के अध्यक्ष सज्जन सिंघानिया, मीरा अग्रवाल, ज्योति कुमार, जेपी शर्मा, ज्योति कुमारी, सुरेश कुमार, सुरेश अग्रवाल, रतन कुमार शर्मा, राजेश चौधरी समेत अन्य लोग सहयोग कर रहे हैं। यह जानकारी ज्योति कुमारी ने दी।

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