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डॉ सुशील कुमार अंकन की फ़िल्म अमीबा से बिम्बिसार तक – प्रयोग और इतिहास की बेजोड़ गाथा की स्क्रीनिंग

राची, झारखण्ड | मई | 05, 2023 ::

आज दिनांक 05 मई 2023 को डॉक्टर सुशील कुमार अंकन की फ़िल्म ” अमीबा से बिम्बिसार तक – प्रयोग और इतिहास की बेजोड़ गाथा” की प्रथम स्क्रीनिंग करमटोली स्थित ‘द राँची प्रेस क्लब’ में हुई।

राँची शहर के वरिष्ठतम (सीनियर सिटिजन) संस्कृतिकर्मियों , साहित्यकारों, समाजसेवियों एवं विशिष्ट व्यक्तियों पर बनाए जाने वाले धारावाहिक ” अपने शहर का आदमी…..” की यह नौवीं कड़ी है।
इस कड़ी में प्रसिद्ध नाट्यकर्मी एवं कवि, स्मृतिशेष अशोक पागल के जीवन वृत्त, उनके लिखे नाटकों, नाट्य वक्तव्यों, शोध आलेख, संपादित पत्रिकाएं और कविताओं को समेटा गया है।
फ़िल्म प्रदर्शन के बाद अशोक पागल की पत्नी श्रीमती उषा साहू को फ़िल्म के निर्माता निर्देशक डॉक्टर सुशील कुमार अंकन ने फ़िल्म की एक कॉपी उपहार स्वरूप भेंट की।

अपने शहर का आदमी श्रृंखला में इससे पहले
आठ विशिष्ट व्यक्तियों पर फ़िल्में बनाई जा चुकी हैं।
उनमें प्रभात ठाकुर (सितार वादक) ,
डॉक्टर श्रवणकुमार गोस्वामी (साहित्यकार),
बलदेव नारायण ठाकुर (अभिनेता),
तिनकौड़ी साहू (नागपुरी रेडियो कलाकार एवं लेखक),
विद्याभूषण ( कवि एवं समीक्षक),
प्रणति लाहिरी (रवीन्द्र संगीत साधिका),
डॉक्टर गनौरी राम (कार्यक्रम अधिशासी-कृषि, आकाशवाणी) ,
चंद्रमोहन खन्ना (अभिनेता)
शामिल हैं।

अमीबा से बिम्बिसार तक की अवधि 50 मिनट की है।

भावनाओं का मुखर दर्शन

अशोक पागल की 50 चुनिंदा कविताओं की एक प्रदर्शनी भी इस अवसर पर लगाई गई।
जिसमें
साधक जब सृजन के क्षणों में होता है, तब वह मानो एक समुद्र मन्थन कर रहा होता है।
उस मन्थन से कौन कौन से रत्न निकलेंगे , यह स्वयं उसे भी कहाँ पता होता है !
स्मृति शेष अशोक पागल जी की साधना से निःसृत ऐसे ही रत्नों में एक हैं उनकी असंख्य कवितायें।
उनमें से कुछ मुखर रचनाओं की प्रदर्शनी लगायी गयी है – भावनाओं का मुखर दर्शन।

इस फ़िल्म के प्रदर्शन से पहले हस्ताक्षर नाट्य संस्था के स्थापना काल 1971 से जुड़े कुछ रंगकर्मियों को सम्मानित भी किया गया।
जिनमें
कुलदीप सिंह दीपक,
ईश्वर लाल राजप्रिय,
महेंद्र अनंत,
दारोगा सिंह,
चित्रा लोहानी,
शुभा गुप्ता,
खुकु रानी दास,
शुभ्रा मजुमदार
शामिल हैं।

मुख्य अतिथि सी पी सिंह और विद्याभूषण ने इस फ़िल्म को एक दस्तावेज बताया जो यहाँ की संस्कृति कर्मियों के इतिहास को रेखांकित करता है।

पूरे आयोजन को सफ़ल बनाने में पूरे विश्व में फैले यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के झारखंड स्टेट ब्रांच और कुछ खास इवेंट्स का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

कार्यक्रम का संचालन शिवेंद्र दुबे, सुशील अंकन ने किया और धन्यवाद ज्ञापन उदय साहू ने किया

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