राँची, झारखण्ड | अक्टूबर | 01, 2018 :: आज राँची विश्वविद्यालय द्वारा आर्यभट्ट ऑडिटोरियम में सिल्ली कॉलेज की स्नातक इतिहास विभाग की छात्रा एशियन गेम्स – 2018 जो जकार्ता, इंडोनेशिया में आयोजित में रजत पदक से सम्मानित सिल्वर गर्ल सुश्री मधुमिता कुमारी का सम्मान समारोह का आयोजन राँची विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डॉ रमेश कुमार पाण्डेय ने की।
अपने संबोधन में राँची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि राँची विश्वविद्यालय की अपनी इस ऐतिहासिक छात्रा पे पूरा विश्वविद्यालय गौरवान्वित है। उन्होंने कहा कि मधुमिता ने ना सिर्फ राँची विश्वविद्यालय का सम्मान बढ़ाया है ,ना ही झारखंड के सम्मान बढ़ाया है बल्कि पूरे भारत देश का मान सम्मान बढ़ाया है। उन्होंने मधुमिता का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि तुम आगे बढ़ो पूरा देश को तुमपे नाज है।
सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए राँची विश्वविद्यालय की प्रतिकुलपति डॉ कामिनी कुमार ने कहा कि देखने मे इतनी छोटी है परंतु कार्य बहुत बड़ा किया है। उन्होंने मधुमिता के पारिवारिक बातें रखते हुए कहा कि चार बहनों में दूसरी संख्या पर मधुमिता ने एक मिसाल कायम करते हुए इस देश का सम्मान बढ़ाया।
सिल्वर गर्ल मधुमिता ने अपने संबोधन में कहा कि जब मैं राँची एरपोर्ट पे उत्तरी तो माननीय कुलपति एवं प्रतिकुलपति को सामने देखकर अभिभूत हो गई। उन्होंने कहा कि जब मैं 11 राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय खेलों में सफल नही हो सकी तो 12 वीं एशियन गेम्स में थोड़ा सा से गोल्ड मैडल से चूक गई और सिल्वर मेडल मिला। उन्होंने कहा कि गुरु के प्रति आदर, कड़ी मेहनत से मैं आज सफल हुई एवं उपस्थित युवाओं से कहा कि आप भी कोशिश करें तो अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
आज मधुमिता को बुके, सौल, मेमोंटों एवं एक लाख का चेक कुलपति ने देकर सम्मानित किया।
आज के सम्मान समारोह में मधुमिता के गुरु प्रकाश राम को भी सम्मानित किया गया उन्हें बुके, मोमेण्टों और 25हजार रुपये का चेक दिया गया।
सम्मान समारोह को राँची विश्वविद्यालय के वित्तीय परामर्शी श्री सुबिमल मुखोपाध्याय, राँची विश्वविद्यालय के DSW डॉ पी के वर्मा, जे एन कॉलेज के प्राचार्य डॉ उमेश चंद्र मेहता, डॉ मुकुंद चंद्र मेहता, श्री शेखर बोस, प्रकाश राम ने भी संबोधित किया।
समारोह का सफल संचालन डॉ कमल बोस ने किया और धन्यवाद ज्ञापन राँची विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अमर कुमार चौधरी ने किया। समारोह में HRDC के निदेशक डॉ अशोक कुमार चौधरी, डॉ एस एल एन दास, डॉ जी के श्रीवास्तव, डॉ जंग बहादुर पांडेय, डॉ के के वर्मा, डॉ गिरजा नाथ शाहदेव, डॉ अशोक कुमार सिंह, डॉ पी के झा, डॉ प्रितम कुमार, डॉ ब्रजेश कुमार सहित कई प्राध्यापक उपस्थित रहें।