राची, झारखण्ड | अक्टूबर | 18, 2023 ::
आज दिनांक 18 10 2023 दिन बुधवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्विद्यालय कांके ब।डू पिठौरिया सेवा केंद्र में नवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया गया।
इस दौरान राजयोगिनी बी के राजमती बहन ने कहा कि दुर्गा शक्ति की प्रतीक मानी जाती है ।
इसलिए उनकी सवारी शेर है।
दुर्गा को लक्ष्मी, सरस्वती व अन्य रूपों में दिखाया जाता है।
भारत में नारी पूजी जाती है और दुर्गा पूजा के अवसर पर कन्य।ओ की पूजा का प्रचलन आज भी है।
दुर्गा शक्ति की प्रतीक है। लक्ष्मी धन व सरस्वती विद्या की जननी है।
इस अवसर पर समाजसेवी आशुतोष द्विवेदी जी ने कहा की देवियों को अष्टभुजा दिखाया जाता है।
दरसल अष्टभुजा शक्तियों का प्रतीक होता है ।
जिसमें मुख्य रूप से सहन शक्ति, समाने की शक्ति, परखने कि शक्ति, निर्णय की शक्ति, सामना करने की शक्ति, सहयोग की शक्ति, विस्तार को छोटा करने की शक्ति और समेटने की शक्ति है।
इस अवसर बी के राजमती, डॉ रूपा कुमारी,लीला देवी, ऊर्मिला देवी, शीला देवी, ऊर्मिला देवी, शीला देवी,मंजू देवी, सीमा देवी, प्रिया कुमारी, वृह्सभून देवी, सुमित्रा देवी,सावित्री देवी, ज्योति देवी, रजनी देवी, राजेश कुमार,प्रेम कुमार, अमिता कुमारी, महेश कुमार, मंगल उरांव, समेत अन्य उपस्थित थे।