रांची, झारखण्ड | दिसंबर | 31, 2018 :: कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स डोरंडा एवं कलाकृति आर्ट फाउंडेशन के तत्वाधान में आज दिनांक 31 दिसंबर को राष्ट्रीय खादी एवं सरस मेला प्रांगन में राष्ट्रीय लोक चित्रकला शिविर का आयोजन किया गया | इस अवसर पर कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के 20 छात्रों के द्वारा देश के विभिन्न राज्यों की लोक चित्रकला को कैनवास पर उकेरा | जिसमे झारखण्ड की सोहराई एवं जादू पटुवा, बिहार की मधुबनी, भागलपुर की मंजुसा पेंटिंग, मध्यप्रदेश से गोंड, छतीशगढ से भील, मिथिलांचल की विश्व प्रसिद्ध मिथिला पेंटिंग, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की कलमकारी पेंटिंग, महारास्ट्र से वरली पेंटिंग को बच्चों ने चित्रित कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया | इस अवसर पर कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के निदेशक एवं संस्थापक, चित्रकार धनंजय कुमार ने बताया की इस तरह के कैंप से बच्चों को अपने देश की पारम्परिकता और संस्कृति को जानने समझने और सजोने के लिए जिज्ञासा उत्पन्न होती है | इस तरह के कैंप से बच्चों के प्रतिभा को मंच प्रदान कर उन्हें अपनी कला को लोगों के समक्ष रखने का अवसर प्राप्त होता है | कैंप में भाग लेने वाले बाल कलाकार हैं रूबी, कोमल, आरती, शिखा, स्वेता, ऋचा , श्रिस्टी, शाम्भवी, पियूष, विकास, नम्रता, सुरुचि, आयशा एवं माधुरी ने अपनी कला का प्रदर्शन किया | इस अवसर पर झारखण्ड खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री संजय सेठ जी ने बच्चों की सराहना की एवं उन्हें साधुवाद दिया | इस अवसर पर झारखण्ड खादी बोर्ड के श्री दीपंकर पांडा, श्रीमती सुमन पाठक , संजीव साहू एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थें |
