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योग द्वारा इम्युनिटी को बिना किसी चिकित्सा पद्धति के सहारे मजबूत किया जा सकता है : अनिता कुमारी ( योग कंसल्टेंट पल्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल )

 

कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, अौर इसको इम्युनिटी मजबूत कर हराया जा सकता है. इम्युनिटी को बिना किसी चिकित्सा पद्धति के सहारे मजबूत किया जा सकता है. ऐसे में याेग का महत्व बढ़ गया है, क्योंकि पहली और दूसरी लहर में योग के अभ्यास से लोगों ने कोरोना को मात दी. योगासन का कैसे नियमित अभ्यास कर और अपनी दिनचर्या व्यवस्थित की जा सकती है. पल्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की योग कंसल्टेंट (योग सलाहकार) अनिता कुमारी ने योग से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी.

1) भुजंगासन
भुजंगासन का अभ्यास बहुत आसान है. इस योगासान को क्रोबा पोज भी कहा जाता है. इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाना है. उसके बाद अपने हाथों को सामने की तरफ रखना है. धीरे-धीरे सांस लेकर हाथों के सहारे सिर को उठाना है. इससे आपकी छाती ऊपर की ओर उठेगी. इसमेें सांस को थोड़ी देर तक रोक कर रखना है. इसके बाद धीरे-धीरे सांस को छोड़ते हुए नीचे आ जाना है.
(इसका अभ्यास 10 से 15 मिनट करें)

2) बालासन
बालासन का अभ्यास करना भी काफी आसान है. इसके नियमित अभ्यास से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इस आसन के लिए सबसे पहले वज्रासन की अवस्था में बैठ जाना है. सांस लेते हुए शरीर के अगले हिस्सा को आगे ले जाना है. इस अवस्था में आने पर शरीर के अगले हिस्से को जमीन पर लेकर जाना है. इसमें हाथ पीछे की तरफ होना चाहिए. कुछ देर इस अवस्था में रहना है और धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पुन: वज्रासन में आ जाना है.
(इसका अभ्यास 5 से 10 मिनट करें)

3) हलासन
हलासन का अभ्यास करना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन कुछ दिनों तक लगातार अभ्यास के बाद इसकाे करना आसान हो जाता है.हलासन का अभ्यास करने के लिए पीठ के बल लेट जाना है. इसके बाद धीरे-धीरे सांस लेना है और पैरों को 90 डिग्री पर उठाकर लाना है. जब पैर उठा रहे तो पीठ पर हाथों का सहारा देना है. इसके बाद धीरे-धीरे पैरों को पीछे की तरफ ले जाना है. पैरों के पंजे का जमीन से छूने का प्रयास करना है. इस दौरान सामान्य रूप से सांस लेते रहना है. कुछ देर तक रुकने के बाद धीरे-धीरे पैरों को वापस 90 डिग्री पर लाना है और पूर्व की स्थिति में आ जाना है.
(5 से 10 मिनट तक करें)

4) सुखासन प्राणायम
इम्युनिटी के साथ-साथ ब्रीदिंग एक्सरसाइज भी जरूरी होता है,इसलिए सुखासन प्राणायाम भी जरूरी है. इसका अभ्यास करना बहुत आसान है. इसके नियमित अभ्यास से मानसिक शांति मिलती है. मन शांत होता है और तनाव दूर होता है. सुखासन प्राणायम कैसे करने के लिए पाल्थी मारकर बैठ जाना है. दोनों हाथों से योग मुद्रा में रखना है. आंखों को बंद करना है और ध्यान केंद्रित करना है. सांस की प्रक्रिया इसमें सामान्य रूप से जारी रखना है.
(5 से 10 मिनट तक करें)

अनिता कुमारी, योग कंसल्टेंट पल्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल

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