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दुर्गापूजा गाइडलाइन :: प्रशासन से आग्रह, नए सिरे से करे विचार : स्वामी  दिव्यानंद जी महाराज

राँची, झारखण्ड |  अक्टूबर   | 11, 2020 :: विश्व हिंदू परिषद केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य संत सुरक्षा मिशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और भारत रक्षा मंच के प्रधान संरक्षक स्वामी  दिव्यानंद जी महाराज ने एक विज्ञप्ति जारी कर यह कहा कि प्रशासन के द्वारा दुर्गापूजा से सम्बंधित जो गाइड लाइन जारी किया है वह बिल्कुल ही सनातन हिंदू सनातन समाज के लिए लज्जा जनक एवं चिंताजनक है,  हिंदू संस्कृति को नष्ट करने की चेष्टा जो चल रही है उस से प्रेरित होकर प्रशासन इस प्रकार का गाइडलाइन जारी किया है ऐसा प्रतीत होता है,  मां दुर्गा की प्रतिमा को या पंडाल को काले कपड़े से ढकना, प्रसाद वितरण ना करना और भजन आदि बजाने पर भी रोक यह एक अत्यंत ही चिंताजनक बात है,

एक जागरूक नागरिक होने के नाते हम यह मानने को तैयार हैं की कोविड-19 से सावधानी के लिए आपस में दूरी बनाए रखना, मास्क का उपयोग करना, ज्यादा भीड़ इकट्ठा ना होना, इन सारी चीजों इसका अनुपालन अवश्य होनी चाहिए,  सहमत है किंतु प्रतिमा की साइज का निर्णय करना, पंडाल को ढक कर रखना, इस से क्या संबंध है कोरोना से,

स्वामी जी ने यह  भी बताया कि जब किसी की मृत्यु में शव यात्रा में दो हजार लोग एकत्रित हो सकते हैं, कोरोनकाल में योद्धाओं के द्वारा भोजन, राशन या अन्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने हेतु जो लोग कार्य किए उसने कोई रिस्क नहीं लगा,  किंतु एक अनुशासन का पालन करते हुए यदि प्रसाद भोग का वितरण किया जाए या सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सीमित लोगों को पंडाल में प्रवेश दी जाए, मेले ठाले आदि पर अवश्य रोक होनी चाहिए,  भजन आदि पर रोक दूसरी ओर दिन में कई बार लाऊडस्पीकर से कहीं-कहीं सी की आवाज आती है,  उससे कोई दिक्कत नहीं है, किंतु हिंदू धर्म का सबसे बड़ा त्यौहार दुर्गा पूजा मां शक्ति की आराधना में एक पूजा का वातावरण मात्र बने, लोगों को धार्मिक आस्था मन में बनी रहे, मन में एक उत्सव का वातावरण रहे, ईस कारण से भजन आदि का बजना अति आवश्यक है,  लोग ऐसे भी पिछले कई महीनों से कई प्रकार के बंधनों के कारण अवसाद की स्थिति में बहुत लोग पहुंच चुके हैं, ऐसे समय में भक्ति भाव और उमंग का वातावरण से लोगों के मन में एक शक्ति एक ऊर्जा का संचार होगा, साथ ही हम भारतवासी देवी-देवताओं पर आस्था रखने वाले हैं, यह भी विश्वास है की माता शक्ति का आगमन हो रहा है इससे जो आपदा चल रही है कदाचित माता रानी इस से भी निजात दिलाएंगी, लोगों को इसके लिए प्रार्थना भी करनी चाहिए,

अतः स्वामी जी ने बताया दुर्गा पूजा समितियों से भी आग्रह है इस दिशा में इन बिंदुओं पर विचार करते हुए प्रशासन के साथ मिल बैठकर नए सिरे से विचार करें,  साथ ही प्रशासन को भी यह सूचित करना चाहते हैं, की करोड़ों लोगों की धार्मिक भावना को ख्याल में रखते हुए पुणे नए सिरे से विचार कर ऐसी दिशा निर्देश दें जो कोरना की सावधानी से संबंध रखता है और किसी की भावना को ठेस ना पहुंचे इस बात का ख्याल रखना सरकार और प्रशासन का दायित्व भी है इसे अवश्य निभानी चाहिए|

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