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डॉ सुभाष चंद्र यादव विश्वंभर मैथिली साहित्य सम्मान से सम्मानित

राची, झारखण्ड | मार्च | 11, 2024 ::

हिंदू नव वर्ष और काल गणना दुनिया की सबसे वैज्ञानिक और संतुलित काल गणना है। हमें अपनी संस्कृति और सभ्यता को अक्षुण्ण रखने के लिए सतत प्रयास करना होगा। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी संस्कृति की रक्षा, विकास एवं संवर्धन के लिए कार्य कर रहे हैं। आने वाला भविष्य हमारा है क्योंकि हमारी संस्कृति किसी के द्वारा स्थापित नहीं है। हमारी काल गणना वैज्ञानिक है और इस काल गणना के माध्यम से जो हमारी वर्ष परंपरा की आधारशिला रखी गयी है वह भी बेहद मजबूत है। उक्त बातें विशंभर फाउंडेशन ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित हिंदू नव वर्ष कैलेंडर विमोचन सह विश्वंभर मैथिली साहित्य सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए झारखंड प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री संगठन कर्मवीर सिंह ने कही। श्री सिंह ने कहा की विश्वंभर फाउंडेशन सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत को अक्षुण्ण बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मेरा सहयोग फाउंडेशन के साथ है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बाबू वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा के पूर्व कुलपति प्रोफेसर सुरेश कुमार सिंह ने कहा कि विशंभर फाउंडेशन का कार्य सराहनीय और बेहद महत्वपूर्ण। कार्यक्रम के दौरान फाउंडेशन के द्वारा विश्वंभर मैथिली साहित्य सम्मान से सम्मानित डॉक्टर सुभाष चंद्र यादव के साहित्यिक यात्रा पर प्रकाश डालते हुए प्रोफेसर नरेंद्र कुमार झा ने कहा की डॉ यादव मैथिली के उन साहित्यकारों में से हैं जिन्होंने मैथिली को एक विशाल आकाश प्रदान किया है। डॉ यादव की कीर्ति में प्रगतिशीलता के साथ ही परंपरा झलक है। डॉक्टर यादव मैथिली के महान साहित्यकारों में से एक है। उन्होंने कहा की डॉ यादव न केवल मैथिली के रचनाकार हैं अपितु इन्होंने हिंदी में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। कार्यक्रम में दूरदर्शन रांची के पूर्व निदेशक प्रमोद कुमार झा ने विषय प्रवेश करवाया जबकि कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत विश्वंभर फाउंडेशन के सचिन नवीन कुमार झा ने किया। कार्यक्रम का संचालन किशोर झा मालवीय ने की। कार्यक्रम में रांची के स्थानीय विधायक चंदेश्वर प्रसाद सिंह उपस्थित रहे। इसके साथ ही कई गणमान्य अतिथियों ने मंच की शोभा बढ़ाई। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन और समायोजन मैथिली साहित्यकार कृष्ण मोहन झा जी ने किया।

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