Children wants equality instead of sympathy
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बच्चों को सहानुभूति नहीं समानुभूति चाहिए : राजबाला वर्मा ( मुख्य सचिव, झारखण्ड )

 

रांची, झारखण्ड । सितम्बर | 10, 2017 :: मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा ने राजकीय नेत्रहीन एवं मूक बधिर मध्य विद्यालय में स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन किया

◆ बच्चों को सहानुभूति नहीं समानुभूति चाहिए – मुख्य सचिव

◆ परिश्रम, मेहनत सच्चा साथी है, इसके बल पर ही हम परिस्थितियों को बदल सकते हैं- मुख्य सचिव

श्रीमती राज बाला वर्मा ने बच्चों के बीच मेडिकल किट का वितरण किया
Children wants equality instead of sympathy
रांची के हरमू स्थित राजकीय नेत्रहीन एवं मूक बधिर मध्य विद्यालय में जेसोवा (झारखण्ड आईएएस ऑफिसर्स वाईब्स एसोसिएशन,JIASOWA) की तरफ से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर राज्य की मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा ने शिविर का उद्घाटन करते हुए कहा कि हमारे इन बच्चों को किसी की सहानुभूति की जरूरत नहीं, इन्हें हमारी समानुभूति चाहिए।  हमारा प्यार चाहिए। उन्होंने कहा कि आज यह हेल्थ कैम्प हमारे वीर बच्चों के लिए आयोजित है। इन बच्चों के सरल विश्वास, जीवन के प्रति इनका साहस भरा नज़रिया और उनका धैर्य हमें इस बात के लिए प्रेरित करता है कि हर व्यक्ति व्यक्तिगत रूप से अपना दायित्व का पूरी निष्ठा से निर्वहन करे।

श्रीमती राजबाला वर्मा ने कहा कि इन बच्चों का जीवन कठिन परीक्षा की तरह है, परन्तु, यह कठिन परीक्षा इन्हे संतोष, धैर्य और साहस भी देती है। यह हमें बाधाओं को दूर करना और जीवन की सीमाओं को पार करना सिखाती है।

मुख्य सचिव ने कहा कि परिश्रम और मेहनत सच्चा साथी है, इसके बल पर ही हम परिस्थितियों को बदल सकते हैं और अपना भाग्य लिख सकते हैं। उन्होंने कहा कि सपने वो नहीं जो हमें नींद में आती है, सपने वो हैं जो हमें सोने नहीं देती। उन्होंने कहा कि परिश्रम और मेहनत के बल पर ही हम अपने सपने को साकार कर सकते हैं। समाज के प्रति हमें सजग रहने की जरुरत है और हमें अपना दायित्व भी निभाना चाहिए। मुख्य सचिव ने कहा कि जेसोवा की ओर से आज की यह पहल एक बड़े काम की दिशा में उठाया गया पहला कदम है।

Children wants equality instead of sympathy

कार्यक्रम में श्रीमती राजबाला वर्मा ने बच्चों के बीच खाना और मेडिकल किट का भी वितरण किया । उन्होंने शिविर का दौरा कर बच्चों से उनके हाल चाल की जानकारी ली। उन्होंने विश्वास दिलाया कि जेसोवा के साथ राज्य का सरकारी तंत्र भी ऐसे बच्चों की हर संभव मदद करेगी।

एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर में  मुख्य रूप से  नेत्रहीन, मूक एवं बधिर एवम अन्य सामान्य बच्चों के आंख, नाक, कान, स्किन और अन्य बीमारियों की जांच की गई। शिविर में जेसोवा के तरफ से बच्चों को ताकत की दवा, मेडिकल किट एवं अन्य जरूरी सामान का वितरण भी किया गया। शिविर  में स्कूल सहित आस पास के अन्य क्षत्रों के 150 से अधिक बच्चो के स्वास्थ्य की जाँच की गयी।

कार्यक्रम में  जेसोवा की अध्यक्ष श्रीमती निधि खरे, सचिव श्रीमती रिचा संचिता,  श्रीमती रंजीता सिंह , श्रीमती ज्योति सहित अन्य जेसोवा की सदस्या उपस्थित थीं।

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