राँची, झारखण्ड । दिसम्बर | 01, 2017 :: डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, बरियातु, राँची में एमिटी यूनिवर्सिटी द्वारा कक्षा ग्यारह और बारह के विद्यार्थियों का कैरियर काउस्लिंग किया गया।इसमें उन्हें आपने प्रति विश्वास रखने और समय के समुचित सदुपयोग के साथ स्वरूचि अनुसार कैरियर चुनने सम्बन्धि बातों की महत्ता को बताया गया ।
मुख्य वक्ता थे पूर्व कुलपति डा. के. के. नाग , राँची विश्वविद्यालय के प्रो. आनन्द ठाकुर , राय विश्वविद्यालय, राँची के असिस्टेन्ट रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार एवं एमिटी विश्वविद्यालय , झारखंड के प्रो. सिद्धार्थ हलधर ।
डा. के. के. नाग ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि तुम सभी में असीम क्षमताएं हैं । तुम सभी उत्कृष्टता हासिल कर सकते हो।लेकिन इसके लिए तुम्हें अर्जुन की तरह ही एकाग्रता बरतनी होगी जैसे उसे तीर चलाते वक्त मछली की आँख दिखाई दी थी। अपने माता – पिता का आदर करो, उनका कहना मानो; शिक्षकों की बतायी बातों कि अनुसरण करो और अपने से छोटों से सहृदय प्रेम करो। सफलता उसे ही मिलती है जो उसके हासिल होने तक पूरी लगन से प्रयासरत रहता है । उन्होंने पावर प्वाइंट प्रेसेन्टेशन के द्वारा बच्चों को प्रोत्साहित किया कि वे चैप्टर गत्म करने के बाद खुद प्रश्न बनायें , महत्वपूर्ण प्रश्न खुद गेस् करें व उसका उत्तर स्वयं बनायें। अपनी याद्दाश्त बढ़ाने के लिखो, लिखो और लिख – लिख खर अभ्यास करो। उत्तर अपने शब्दों में लिखो ।और प्रश्न पूछने में कभी संकोच मत करो।
डा. आनन्द ठाकुर ने कहा कि पृथ्वी पर एनर्जी और मास समय के फलन हैं।दिन के चौबीस घन्टे सभी के लिए समान हैं , लेकिन एनर्जी और मास अलग – अलग।खरा सोना चौबीस कैरेट का होता है।प्रत्येक घंटा एक कैरेट के बराबर है। यदि तुम्हे सोने की तरह निखरना है तो प्रत्येक घंटे में तुम्हे अपनी एनर्जी लगानी होगी । अच्छे अंक परीक्षा पास करने के लिए होता है और ज्ञान जीवन की प्रतियोगिता में सफलता के लिए।
प्रमोद कुमार ने कहा अपनी क्षमता के अनुसार कैरियर का चुनाव करें। तकनीक का इस्तेमाल करें लेकिन अच्छे उद्देश्यों के लिए।
प्रो. सिद्धार्थ हलधर ने कहा कि मेहनत से कुछ भी हो संभव हो सकता है । एक कहानी – दो बच्चा, एक बड़ा और एक छोटा । खेलते वक्त बड़ा बच्चा कुएँ में गिर गया।लेकिन छोटा बच्चा जो बड़े से वजन और ताकत में कम था , उसे रस्सी के सहारे ऊपर खींच लाया। यह संभव हुआ पावर आब माइंड से – के माध्यम से समझाया कि यदि ठान लिया तो कुछ भी हासिल हो सकता है।
बच्चों ने मरीन इंजीनियरिंग , एनिमेशन, कम्प्यूटर साइंस , ब्रह्माण्ड को गहराई से जानने की तकनीक से सम्बन्धित कैरियर के बारे में जानकारी ली।बच्चों से प्रश्न भी पूछे गये।सही जवाब देने पर पुरूस्कृत किया गया।