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रक्तदान दिल के लिए फायदेमंद, कई बीमारियों के जोखिम को करता है कम :: दीपक गुप्ता

रांची, झारखण्ड  | जून  | 14, 2022 ::  राँची विवि एनएसएस स्वयंसेवक सह समाजसेवी दीपक गुप्ता के द्वारा विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर रक्तदान कार्यक्रम आयोजित कर रक्तदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लोगों को रक्तदान के प्रति जागरुक के साथ रक्तदान हेतू प्रोत्साहित किया गया। इसका उद्देश्य ‘खून की कमी से लोगों की जान न जाए’, इसलिए लोगों के बीच जागरुकता फैलाना है. रक्तदान से आप ना सिर्फ किसी की जिंदगी बचा सकते हैं, बल्कि खुद को स्वस्थ भी रखने में मदद मिलेगी. कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि ब्लड डोनेट करने से शारीरिक और मानसिक रूप से हेल्दी रहते हैं. रक्तदान को महादान की श्रेणी में रखा गया है. विश्व रक्तदान दिवस 2022 की थीम है- ‘रक्तदान एकजुटता का काम है.इस विषय पर युवाओ को जागरूक किया की इस प्रयास में हम सब शामिल हों और लोगो के जीवन बचाने मे अपने अहम सहभागिता निभाए रक्तदान करे.साथ ही रक्तदान के लाभों के बारे में भी जानकारी दी गई।बताया कि रक्त हर मनुष्य के लिए अहम है। रक्त से आपकी ज़िंदगी तो चलती ही है साथ ही कितने अन्य के जीवन को भी बचाया जा सकता है।खून एक ऐसी चीज है जिसे बनाया ही नहीं जा सकता। इसकी आपूर्ति का कोई और विकल्प भी नहीं है। यह इंसान के शरीर में स्वयं ही बनता है। कई बार मरीजों के शरीर में खून की मात्रा इतनी कम हो जाती है कि उन्हें किसी और व्यक्ति से ब्लड लेने की आवश्यकता पड़ जाती है। ऐसी ही इमरजेंसी स्थिति में खून की आपूर्ति के लिए लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक करके, अनगिनत जरूरतमंदों की जिंदगी बचाया जा सकता है।दीपक गुप्ता ने कहा कि ब्लड बैंक में रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए। उन्होंने सभी युवाओ को इंसानियत का फर्ज निभाते हुए समय-समय पर रक्तदान करने के लिए कहा।जिन्दगी के सफर में कब,किसे और कहाँ किसी को रक्त की आवश्यकता पड़ जाए कोई नहीं जानता।परन्तु जब रक्तदान की बात आती है तो लोग बहाने बनाने लगते हैं और कमजोर हो जाने के भ्रम से रक्तदान से कतराते हैं। जिसे सभी को मिलकर जागरूक करने का जरुरत है।आपका रक्त किसी का जीवन बन सकता है।मानवता के लिए रक्तदान करना चाहिए।साथ ही कहा की यह दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य सुरक्षित रक्त उत्पादों की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना, जीवन रक्षक रक्त के दान के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना और रक्तदाताओं के प्रति आभार जताना है. इसके अलावा रक्तदान को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करना भी इस दिवस को मनाए जाने का एक मकसद है. जैसे ये बताना कि रक्तदान करने से शरीर में कोई कमी नहीं आती है और हर तीसरे महीने में कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है.

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