रांची , झारखण्ड | फरवरी | 24, 2020 :: दिनाँक: 24.02.2020, सोमवार, से माननीय उच्चन्यायालय के निर्देशानुसार राँची व्यवहार न्यायालय में सत्यानन्द योग मिशन के अध्यक्ष संन्यासी मुक्तरथ जी के सान्निध्य में योग-ध्यान सत्र की शुरुआत हुई।
राँची व्यवहार न्यायालय के न्याययुक्त नवनीत कुमार ने सभी न्यायिक अधिकारी एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बताये कि योग हमारी जरूरत है।
स्वास्थ्य की रक्षा में योग से बड़ा और कोई साधन नहीं है।
योग व्यक्ति के शरीर को स्वस्थ रखता है, दिमाग को तरोताजा रखता है और भावनाओं पर नियंत्रण लाने का भी काम करता है।
निश्चित रूप से योग हमें अनुशाशन सिखाता है। स्वामी मुक्तरथ जी ने बताया कि योग हमें संतुलित करता है।
संन्यासी मुक्तरथ जी के दो अनुदेशक मनीष कुमार और पीयूष कुमार आसन, प्राणायाम और मेडिटेशन का अभ्यास कराये.