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दो-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय डेटा एनालिटिक्स और प्रबंधन कांफ्रेंस के पहले दिन 23 पेपर प्रेजेंट हुए

राची, झारखण्ड | मार्च | 15, 2024 ::
जेवियर समाज सेवा संस्थान (एक्सआईएसएस) रांची में दो-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय डेटा एनालिटिक्स और प्रबंधन कांफ्रेंस की शुरुआत शुक्रवार को हुई। कार्यक्रम का आयोजन एक्सआईएसएस के फादर माइकल वान डेन बोगार्ट एसजे मेमोरियल ऑडिटोरियम में किया गया। सम्मेलन के पहले दिन कार्यक्रम में डेटा एनालिटिक्स और प्रबंधन क्षेत्र से देश के विभिन्न सेक्टर से इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स, शिक्षाविद, रिसर्चर, और छात्र शामिल हुए।
कांफ्रेंस के संरक्षक, संस्थान के निदेशक डॉ जोसफ मारियानुस कुजूर एसजे, ने उपस्थित सभी को संबोधित करते हुए इंडस्ट्री के परिदृश्य में डेटा एनालिटिक्स के महत्व के बारे में बात की और कहा, “ “उद्योग क्षेत्रों ने इसकी महत्वपूर्ण मांग को उजागर किया है और यह विषय आज के समय में संस्थान के मिशन और विज़न के साथ कैसे संरेखित होता है, इसपर आज विस्तार से चर्चा हुई है। डेटा एनालिटिक्स के क्षेत्र की इन्हीं महत्वपूर्ण जरूरतों को देखते हुए, संस्थान जल्द ही वर्किंग प्रोफेशनल्स और छात्रों के हित में एक नया कोर्स शामिल करने जा रहा है।”
कांफ्रेंस अध्यक्ष और डीन एकेडमिक्स, डॉ अमर एरोन तिग्गा ने समकालीन डिजिटल परिदृश्य में डेटा एनालिटिक्स और प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिय। उन्होंने बताया कि एक्सआईएसएस में इस कांफ्रेंस के आयोजन का लक्ष्य छात्रों, उद्योग विशेषज्ञों और शिक्षा जगत को डेटा एनालिटिक्स के क्षेत्र में ज्ञान और विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करने के लिए एक समान मंच पर लाना है।
कांफ्रेंस के सह-अध्यक्ष और मार्केटिंग प्रोग्राम के प्रमुख डॉ बी पी महापात्रा ने डेटा एनालिटिक्स के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने विभिन्न प्रबंधन डोमेन में डेटा एनालिटिक्स के एकीकरण और सार्वजनिक नीति बनाने में इसकी प्रासंगिकता पर जोर दिया।
डेटा से समझें ग्राहक का व्यवहार: प्रोफेसर मेयके आइलर्ट, अमेरिकी कंसलटेंट
सम्मेलन की पहली मुख्य वक्ता अमेरिका से मार्केट रिसर्च और एनालिटिक्स कंसलटेंट, प्रोफेसर मेयके आइलर्ट ने डेटा एनालिटिक्स की प्रासंगिक भूमिका को समझने और ग्राहक व्यवहार को समझकर वास्तविक समय में सेवाएं प्रदान करने के महत्व को प्रमुखता दी और कैसे एनालिटिक्स ग्राहक संतुष्टि को बढ़ाने के लिए मौलिक पहलू है। हालांकि, उन्होंने डेटा एनालिटिक्स क्षेत्र में कई चुनौतियों पर भी अपने विचार रखें और इस क्षेत्र में मौजूदा अवसरों के बारे में जानकारी साझा की।
2023 तक 924.39 अरब डॉलर का हो जायेगा बिग डेटा मार्केट : चंदन सिंह, निदेशक, केपीएमजी इंडिया
केपीएमजी इंडिया के निदेशक, चंदन सिंह कार्यक्रम में ऑनलाइन उपस्थित रहे। कांफ्रेंस में उन्होंने वैश्विक बाजारों में डेटा एनालिटिक्स के भविष्य पर प्रकाश डाला, और बताया की बिग डेटा मार्केट के 2023 तक 924.39 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। 2027 तक भारतीय डेटा एनालिटिक्स और एआई मार्केट में विस्तार होगा, जो निकट भविष्य में नौकरी की मांग में बढ़ोतरी को प्राथमिकता देगा।
केपीएमजी इंडिया के डेटा वैज्ञानिक सुभोदीप बिस्वास ने भी विभिन्न डेटा विश्लेषण तकनीकों पर अपनी विशेषज्ञता और उनके निर्णय लेने में उनके महत्व को सभी के साथ साझा किया।
कांफ्रेंस में आज 23 पेपर प्रेजेंटेशन हुए
कांफ्रेंस के पहले दिन पर 10 पेपर प्रेजेंट किए गए। पहले सत्र की थीम मार्केटिंग और फाइनेंस एनालिटिक्स थी जिसकी अध्यक्ष आईआईएम रांची की डॉ श्वेता झा और मॉडरेटर एक्सआईएसएस के डॉ फेड्रिक कुजुर रहे।
दूसरा सत्र एचआर और ओबी एनालिटिक्स पर हुई जिसके अध्यक्ष सेल के मैनेजमेंट कंसलटेंट, पूर्व जीएम (एचआरडी), एमआईटी के डॉ हरी हरन थे और जिसे मॉडरेट एक्सआईएसएस की डॉ पूजा ने किया था।
वहीं कांफ्रेस के प्रथम दिन का अंतिम सत्र ऑपरेशन और आईटी एनालिटिक्स पर था जिसकी अध्यक्षता एनआईटी जमशेदपुर की डॉ कनिका प्रसाद ने की और इस सत्र को मॉडरेट एक्सआईएसएस के डॉ ऋषि दिवेदी ने किया।
इस कांफ्रेंस में उद्योग विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं, पेपर प्रस्तुतकर्ताओं, एक्सआईएसएस के फैकटी सदस्यों के साथ-साथ मार्केटिंग मैनेजमेंट और फाइनेंशियल मैनेजमेंट के छात्रों ने भाग लिया।

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