• अडाणी पावर हेतु 175 एकड़ अधिग्रहित भूमि हस्तांतरित, मुख्य सचिव ने सौंपा प्रपत्र
• पावर प्लांट गोड्डा के विकास में मील का पत्थर साबित होगाः मुख्य सचिव
• 2021 से प्रारंभ होगा विद्युत का उत्पादनः- मुख्य सचिव
• 15000 करोड़ रूपये के निवेश का रास्ता प्रशस्त, 10 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
• प्रदूषण से शत प्रतिशत मुक्त होगा पावर प्लांट
राँची, झारखण्ड । दिसम्बर | 11, 2017 :: मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा ने कहा कि अडानी पावर लिमिटेड द्वारा प्रस्तावित 1600 मेगावाट के पावर प्लांट की स्थापना से न केवल गोड्डा का विकास होगा बल्कि पूरे झारखंड को 400 मेगावाट बिजली भी मिलेगी। उन्होंने टीम झारखंड को बधाई देते हुए कहा कि मात्र दस महीने में कठिन परिश्रम कर 970 एकड़ भूमि के विरूद्ध 174.84 एकड़ भूमि का अधिग्रहण कर हस्तांतरण की प्रक्रिया आज पूरी की गई है। उन्होंने आज अडाणी पावर लिमिटेड के सीइओ श्री राजेश झा को 174.84 एकड़ भूमि का प्रपत्र सौंपा और उम्मीद जताई कि कंपनी द्वारा जल्द ही कार्य प्रारंभ किया जायेगा।
श्रीमती वर्मा ने कहा कि इस पावर प्लांट से जहां 10000 लोगों को रोजगार मिलेगा वहीं 15000 करोड़ रूपये का निवेश प्रथम चरण में किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित 970 एकड़ भूमि अर्जन के विरूद्ध 174.84 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है तथा बाकी भूमि को अधिग्रहित करने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जायेगी।
इस अवसर पर अडाणी पावर लिमिटेड के सीईओ श्री राजेश झा ने कहा कि प्रदूषण से शत प्रतिशत मुक्त यह विश्व का ऐसा पावर प्लांट होगा जहां किसी प्रकार की पर्यावरणीय क्षति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय रैयतों की इच्छा के अनुरूप ही भूमि का अधिग्रहण निहित प्रावधानों के अनुसार किया गया है तथा गोड्डा के लोगों में इस प्रोजेक्ट को लेकर काफी उत्साह है। उन्होंने झारखंड की उर्जा नीति को देश की बेहतर उर्जा नीति बताया। स्थानीय प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बहुत जल्द ही गोड्डा ग्लोबल मैप पर आयेगा तथा कुल उत्पादन की 25 फीसदी बिजली से झारखंड रोैशन होगा।
गोड्डा के उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह ने कहा कि पावर प्लांट के लिये 174.84 एकड़ भूमि अधिग्रहण का कार्य 5-6 माह में पूरा किया गया है तथा 5-6 दिनों में करीब 54 करोड़ रूपये की राशि का वितरण रैयतों के बीच किया गया है। मोतिया ग्राम की भूमि का अधिग्रहण एवं हस्तांतरण किया जा रहा है तथा रैयतों की सहमति से जमीन का अर्जन किया गया है।
इस अवसर पर सचिव भू-राजस्व एवं निबंधन विभाग के के सोन, सहित अडाणी पावर लिमिटेड के पदाधिकारी उपस्थित थे।