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झारखण्ड :: राज्यपाल ने 200 बाल पत्रकारों के साथ मनाया विश्व बाल दिवस

राची,झारखण्ड  | नवम्बर  | 20, 2022 :: विश्व बाल दिवस के अवसर पर 20 नवंबर को यूनिसेफ झारखंड ने एक बाल सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें 3 जिलों के 200 बाल पत्रकारों ने हिस्सा लिया।

20 नवंबर 2022, रांचीः विश्व बाल दिवस बच्चों के द्वारा, बच्चों के लिए थीम पर आधारित यूनिसेफ का एक महत्वपूर्ण वैश्विक दिवस है, जो कि हर वर्ष 20 नवंबर को बाल अधिकार सम्मेलन की वर्षगांठ के अवसर पर मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य उन लाखों बच्चों के हितों को लेकर जागरूकता बढ़ाना है, जिन्हें उनके अधिकारों से वंचित रखा गया है। इसका उद्देश्य बच्चों की आवाज को बल देना भी है, ताकि उनके विचारों और मंतव्यों को गंभीरता पूर्वक सुना जा सके और उनके लिए एक बेहतर और समावेशी वातावरण का निर्माण किया जा सके।

विश्व बाल दिवस को मनाने के लिए यूनिसेफ ने आज एक बाल सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें झारखंड के माननीय राज्यपाल श्री रमेश बैस मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। झारखंड के तीन जिलों – रांची, गिरिडीह और पश्चिमी सिंहभूम के लगभग 200 बाल पत्रकारों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और विश्व बाल दिवस के इस वर्ष के थीम – समावेश, खेल और विविधता पर आधारित अपनी कहानियां और बाल अधिकारों के मुद्दों पर अपनी बातें साझा की तथा एक नुक्कड़ नाटक का भी प्रदर्शन किया। इस अवसर पर यूनिसेफ झारखंड की प्रमुख डॉ. कनीनिका मित्र तथा यूनिसेफ झारखंड की संचार विशेषज्ञ आस्था अलंग भी उपस्थित थीं।

बच्चों की भागीदारी विश्व बाल दिवस की आधारशिला है। इस वर्ष के विश्व बाल दिवस का थीम गैर-भेदभाव और प्रत्येक बच्चे के लिए समावेश है, जो सभी बच्चों के लिए समान अवसर और बेहतर वातावरण के निर्माण की मांग करता है।

इस अवसर पर बोलते हुए, झारखंड के माननीय राज्यपाल, श्री रमेश बैस ने कहा, ‘‘यह देखकर खुशी हो रही है कि आज के इस पूरे बाल सम्मेलन का संचालन बच्चों के द्वारा किया जा रहा है और वे अपनी बातों को पूरी गंभीरता और परिपक्वता के साथ रख रहे हैं। बच्चों को प्रभावित करने वाले हर मुद्दों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। बच्चों के साथ किसी भी प्रकार की भेदभाव नहीं होनी चाहिए। सभी बच्चे को बिना किसी भेदभाव के समाज में सम्मानपूर्वक जीने और सुरक्षित वातावरण में रहने का अधिकार है। बच्चों के इन अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए हमें एक जिम्मेवार समाज के रूप में मिलकर काम करना होगा। मुझे विश्वास है कि सभी के सहयोग और प्रयासों से हम बच्चों की जरूरतों के अनुरूप एक समावेशी और संवेदनशील समाज का निर्माण कर सकते हैं।”

इस अवसर पर बोलते हुए यूनिसेफ झारखंड की प्रमुख डॉ. कनीनिका मित्र ने कहा, ’’विश्व बाल दिवस बच्चों के अधिकारों, उनकी शिक्षा और कल्याण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दुनिया भर में मनाया जाता है। यह बच्चों के अधिकारों की वकालत करने, प्रोत्साहन देने और उसका जश्न मनाने का एक महत्वपूर्ण दिन है। विश्व बाल दिवस, बाल अधिकारों के मुद्दों को लेकर चर्चा करने और उसको कार्यरूप में लाने की मांग करता है, ताकि सभी बच्चों के लिए एक बेहतर समाज का निर्माण किया जा सके। मैं इस अवसर पर सभी हितधारकों से आग्रह करती हूं कि वे बच्चों की उन समस्याओं और चुनौतियों, जिसका वे आज सामना कर रहे हैं, उसकी पहचान करने और उसका समयबद्ध तरीके से समाधान करने के लिए एक साथ आएं।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘मैं माननीय राज्यपाल को इस कार्यक्रम में अपना समय देने और इस विशेष दिन को हमारे बाल पत्रकारों के साथ मनाने के लिए धन्यवाद देती हूं। माननीय राज्यपाल ने बच्चों के साथ आज जो समर्थन और एकजुटता दिखाई है, वह बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति एक आश्वासन देने के साथ-साथ तथा उन्हें अपने सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने हेतु भी प्रेरित करेगा।’’

इस अवसर पर अपने स्वागत भाषण में यूनिसेफ झारखंड की संचार विशेषज्ञ आस्था अलंग ने कहा, ‘‘आज का बाल सम्मेलन बच्चों के लिए और बच्चों के द्वारा थीम पर आधारित है। विश्व बाल दिवस बच्चों के लिए एक सार्थक और महत्वपूर्ण दिवस है। वर्ष 2010 से, यूनिसेफ अपने एनजीओ सहयोगी नव भारत जागृति केंद्र के सहयोग से झारखंड में बाल संसद कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप बाल पत्रकार कार्यक्रम का संचालन कर रहा है। अब तक इस कार्यक्रम के माध्यम से 40,000 से अधिक बच्चों को बाल पत्रकार के रूप में बाल अधिकारों के मुद्दे – स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा के साथ-साथ बाल श्रम और बाल विवाह के मुद्दों पर प्रशिक्षित किया है। यह कार्यक्रम बच्चों को उनके अधिकारों के बारे में शिक्षित करने के साथ-साथ उन्हें खुद को अभिव्यक्त करने में सक्षम बनाता है। यह कार्यक्रम बाल अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के मूल सिद्धांतों के अनुरूप है, जिसमें खासकर विकास का अधिकार और भागीदारी का अधिकार शामिल है। वर्तमान में यह कार्यक्रम रांची, गिरिडीह और पश्चिमी सिंहभूम जिलों के 13 प्रखंडों के 130 स्कूलों में चलाया जा रहा है।

विश्व बाल दिवस के अवसर पर नीले प्रकाश से रोशन हुआ राजभवन
विश्व बाल दिवस को मनाने के लिए और बच्चों के अधिकारों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए, रांची स्थित गवर्नर हाउस (राजभवन) को 19-20 नवंबर को नीले प्रकाश से रोशन किया गया। नीले प्रकाश से रोशन गवर्नर हाउस लोगों को झारखंड में बच्चों के लिए बेहतर नीतियों और कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों के सामने मौजूद चुनौतियों का समाधान के लिए समाज के हर वर्ग की साझा प्रतिबद्धता के बारे में याद दिलाएगा। हर साल, विश्व बाल दिवस पर, दुनिया भर में महत्वपूर्ण भवनों और कार्यालयों को बाल अधिकारों के समर्थन में नीले प्रकाश से रोशन किया जाता है, ताकि सभी को यह याद दिलाया जा सके कि बाल अधिकार बच्चों के सर्वोत्तम विकास और सुनहरे भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।

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