रांची, झारखण्ड । फरवरी | 03, 2018 :: रिखियापीठ देवघर से आये योग विज्ञान के महानतम ऊंचाई पर पहुंचे संन्यासी डॉ.स्वामी योग प्रताप सरस्वती ने रांची विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट योग डिपार्टमेंट(पुराना कुलपति आवास,बडा तालाब,अपर बाजार) में अपने व्याख्यान मे कहा कि योग करने के लिए संयास लेना जरूरी नहीं है|
उन्होंने यह भी कहा कि आज के दौर में हमारी संस्कृति बदल गई है । अब ना हमारी वेशभूषा वैदिक है ना हमारा रहन-सहन, इसलिए हमें पहले अपने जीवन में बदलाव लाना होगा और अगर समाज में परिवर्तन लाना है तो योग को अपने जीवन में सफल करना होगा |
इस अवसर पर रांची विश्वविद्यालय कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडे प्रोवीसी डॉ कामिनी कुमार, योगा विभाग की एच ओ डी डॉक्टर टूलू सरकार एवं विभाग के कोऑर्डिनेटर आनंद कुमार ठाकुर मौजूद थे ।
व्याख्यान के साथ ही विभाग के विद्यार्थियों ने आसनों का भी अभ्यास किया ।
रिपोर्ट और तस्वीर जगदीश की