आलेख़

अपनी जड़े मजबूत रखना : अर्पणा सिंह

विश्व कविता दिवस पर

शीर्षक __अपनी जड़े मजबूत रखना

अपनी जड़े मजबूत रखना
कोई उसे हिला न पाए
ये ख्याल रखना सीखा है ।
हर मुसीबतों से जूझ कर
अपनी डूबती नैया को
किनारे लाना सीखा है ।
जिस राह को भी इख़्तियार करूँ
ईमानदारी को कायम रखना सीखा है ।
जिंदगी की बाजी हारे हुए के
दर्द को महसूस कर, हमदर्द बन
दर्द को दूर करना सीखा है ।
लोगों के तिरस्कार को सहन कर
अपमान को भी दरकिनार कर
प्यार करना सीखा है ।
सबकी आकांक्षाओं को समझ
उन्हें पूरा करने में साथ देना सीखा है ।
कोई शिकस्त न कर पाए
हर हाल में हमने जीना सीखा है …..

अर्पणा सिंह रांची

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