रांची, झारखण्ड | जनवरी | 05, 2020 :: गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा, कृष्णा नगर कालोनी द्वारा आज 5 जनवरी,रविवार को दशमेश पिता श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी महाराज के 353वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य मे सुबह 10.00 बजे से विशेष दीवान सजाया गया.
दीवान की शुरुआत स्त्री सत्संग सभा की शीतल मुँजाल,इंदु पपनेजा एवं रेशमा गिरधर द्वारा “तहीं परकाश हमारा भयो पटना शहर विखे भव लयो ………” शबद गायन से हुई.
हजुरी रागी जत्था भाई महिपाल सिंह एवं साथियों ने ” सा धरती भई हरयालवी जिथे मेरा सतगुर बैठा आए……………” एवं ” श्री भगवान को भेद ना पायो………..” शबद गायन कर संगत को निहाल किया.
विशेष रूप से पधारे कथावाचक ज्ञानी हरजीत सिंह जी हरमन,शाहाबाद मारकंडा वाले ने कथावाचन कर गुरुगोविंद सिंह जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने सदा प्रेम,एकता,भाईचारे का संदेश दिया.किसी ने गुरुजी का अहित करने की कोशिश भी की तो उन्होंने अपनी सहनशीलता,मधुरता, सौम्यता से उसे परास्त कर दिया.गुरुजी की मान्यता थी कि मनुष्य को किसी को डराना भी नहीं चाहिए और न किसी से डरना चाहिए.वे अपनी वाणी में उपदेश देते हैं-
” भै काहू को देत नहि, नहि भय मानत आन ”
वे बाल्यकाल से ही सरल, सहज, भक्ति-भाव वाले कर्मयोगी थे.उनके जीवन का प्रथम दर्शन ही था कि धर्म का मार्ग सत्य का मार्ग है और सत्य की सदैव विजय होती है.
दीवान मे विशेष रूप से पधारे सिख पंथ के महान कीर्तनी जत्था भाई ललित सिंह जी (सोहाने वाले) ने ” हाल मुरीदां दा कह देना मित्तर पियारे नूँ……………” एवं ” रंग रता मेरा साहिबा रम रहया भरपूर………..” एवं ” पावन पवितर मित्तर आज मोरे आए हैं…………” तथा प्राण मीत परमात्मा पुरखोतम पूरा…………” शबद गायन कर हॉल में सजी साध संगत को भावविभोर कर दिया.
दोपहर 3.15 बजे आनंद साहिब जी के पाठ,अरदास,हुक्मनामा एवं कढ़ाह प्रसाद वितरण के साथ दीवान की समाप्ति हुई.सभा के अध्यक्ष हरविंदर सिंह बेदी ने रागी जत्था को गुरु घर का सरोपा देकर सम्मानित किया.मंच संचालन सभा के सचिव मनीष मिढ़ा ने किया.इस मौके पर गुरु का अटूट लंगर भी चलाया गया जिसमें सैकड़ों की संख्या मे संगत ने पंगत मे बैठकर गुरु का लंगर चखा.अध्यक्ष हरविंदर सिंह बेदी ने समूह साध संगत को प्रकाश पर्व की बधाई दी.
लंगर सेवा में अशोक गेरा,अर्जुन मिढ़ा,चरणजीत मुंजाल,अनूप गिरधर,हरीश मिढ़ा,मोहन काठपाल,सुरेश मिढ़ा,बिनोद सुखीजा,राजकुमार सुखीजा,नानक चंद अरोड़ा, रमेश पपनेजा,महेंद्र अरोड़ा एवं जोड़े की सेवा में बसंत काठपाल,लक्ष्मण अरोड़ा,पुरुषोत्तम सरदाना,नारायण दास अरोड़ा,गीता मिढ़ा,उर्वशी मिढ़ा की मुख्य भूमिका रही.
आज के विशेष दीवान में रामकृष्ण मिढ़ा,द्वारका दास मुंजाल,सूंदर दास मिढ़ा,मोहन लाल अरोड़ा,अमरजीत गिरधर,लेखराज अरोड़ा,महेश सुखीजा,लक्ष्मण दास मिढ़ा,रमेश गिरधर,गुलशन मिढ़ा,पवन खत्री,आशु मिढ़ा,प्रेम सुखीजा,वेद प्रकाश मिढ़ा,अशोक मुंजाल,सुभाष मिढ़ा,अजय धमीजा,नवीन मिढ़ा,जितेंद्र मुंजाल,इंदर मिढ़ा,रमेश पपनेजा,लक्ष्मण सरदाना,कमल अरोड़ा,सूरज झंडई,उमेश मुंजाल,रमेश तेहरी,अमन डावरा,गौरव मिढ़ा,ज्ञान मादन पोतरा,मनीष गिरधर,गीता कटारिया,बीबी प्रीतम कौर,बंसी मल्होत्रा,मंजीत कौर,मीना गिरधर,नीता मिढ़ा,इंदु पपनेजा,रेशमा गिरधर,उषा झंडई,बेबी मुंजाल,अमर मुंजाल,नीतू किंगर,ममता थरेजा समेत अन्य शामिल हुए.
सभा के मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने जानकारी दी कि प्रकाश पर्व के मौके पर गुरुनानक सेवक जत्था द्वारा लगाए गए रक्तदान शिविर में एक महिला समेत 21 लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया.सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक गुरुद्वारा परिसर के बेसमेंट में रिम्स के सहयोग से लगाए गए रक्तदान शिविर के सफल संचालन में सूरज झंडई,सागर गिरधर,रौनक ग्रोवर,वंश डाबरा,जयंत मुंजाल,चंचल ग्रोवर,जय गाबा,विन्नी काठपाल,कशिश नागपाल,जीत सिंह,ऋतिक काठपाल के अलावा नागरमल मोदी सेवा सदन ब्लड बैंक के डा0 एस.की.सिंह,मोहसिन खान,संजू लता,सबीना सोरेन,रंजन,विनय,जितेंद्र और शंकर की अहम भूमिका रही.