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मानव और राष्ट्र कल्याण के लिए वैज्ञानिक सोच विकसित करें : डॉ बीके पांडेय

लोहरदगा, झारखण्ड | सितम्बर | 23, 2023 ::

शीला अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर लोहरदगा में विद्या भारती की योजनानुसार विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
आगत अतिथियों द्वारा पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया।

उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि सदर अस्पताल लोहरदगा के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ बीके पांडेय ने कहा कि बदलते परिवेश में बाल वैज्ञानिकों को भी मानव और राष्ट्र कल्याण के लिए अपनी सोच को प्रबल करना चाहिए।
नए खोज और अनुसंधान में पर्यावरण संरक्षण और नवाचार को प्राथमिकता देनी चाहिए। भारतीय वैज्ञानिकों ने चंद्रयान को दक्षिणी ध्रुव में भेजने के साथ आदित्य- वन जैसे उपग्रहों को चांद और सूरज में भेज कर सिद्ध कर दिया है, कि विज्ञान और विकास दोनों भारत की पहचान है।
बच्चा जन्म से ही वैज्ञानिक होता हैं। जन्म लेने के बाद खोजी प्रवृत्ति रखते हुए माता से अपने आहार को स्वयं खोज लेता है।
भैया-बहनें देश हित के लिए वैज्ञानिक सोच रखते हुए देश की सेवा करें।
इसके अलावा अतिथि के रूप में विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सचिव अजय प्रसाद, गुमला विभाग के विभाग कार्यवाह किनेश्वर महतो, बीएस कॉलेज के प्रो शशि गुप्ता और निर्णायक के रूप में हाई स्कूल मसमानो के दिवाकर प्रसाद सिंह, नवोदय विद्यालय जोगना के शिक्षक डॉ डी कुमार ,चुन्नीलाल हाई स्कूल से सत्य प्रकाश केसरी , एलएन तिवारी, ग्रेटर त्रिवेणी से आशीष सिन्हा, नदिया हिंदू उच्च विद्यालय से रविशंकर द्विवेदी,सुभाष चंद्र कुशवाहा,मनोहर लाल अग्रवाल महाविद्यालय से रश्मि कुमारी, मनोहर लाल अग्रवाल प्लस टू विद्यालय के प्रधानाचार्य उत्तम मुखर्जी, सुंदरी देवी सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य सुरेश चंद्र पांडेय, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर कैरो के प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार उपस्थित थे।
शीला अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य बिपिन कुमार दास ने अतिथियों का परिचय और सम्मान कराते हुए अपने वक्तव्य में कहा कि विज्ञान प्रदर्शनी से भैया- बहनों में वैज्ञानिक सोच का विकास होता है। उनमें खोजी प्रवृत्ति का विकास होता है। वह जीवन में आने वाली चुनौतियों का सफलता पूर्वक सामना करने के लिए सक्षम हो पाते हैं।
कार्यक्रम की भूमिका प्रस्तुत करते हुए विद्यालय के विज्ञान के वरीय आचार्य श्यामसुंदर कुमार ने कहा कि विज्ञान प्रदर्शनी का उद्देश्य भैया – बहनों में वैज्ञानिक प्रतिभा को विकसित करना है। यह विज्ञान प्रदर्शनी विद्या भारती की योजना अनुसार प्रतिवर्ष आयोजित होती है।
गगेया प्रोजेक्ट हाई स्कूल के पूर्व प्रिंसिपल-सह-आरएसएस गुमला विभाग कार्यवाह किनेश्वर महतो ने कहा कि इस प्रकार की विज्ञान प्रदर्शनी से बच्चे वर्तमान चुनौतियों का हल ढूंढने में सक्षम हो पाते हैं।
बीएस कालेज कैमेस्ट्री विभाग हेड प्रो डॉ शशि गुप्ता ने कहा कि विद्या भारती की यह योजना समाज में विज्ञान और वैज्ञानिक सोच को लोकप्रिय बनाने के लिए अत्यंत उपयोगी है।
उद्घाटन सत्र के बाद निर्णायकों द्वारा प्रदर्श का बारीकी से मूल्यांकन किया गया। उन्होंने अपना निर्णय देते हुए कहा, कि भैया-बहनों द्वारा प्रदर्शित सभी मॉडल एक से बढ़कर एक नवाचार पर आधारित है। भैया बहनों की प्रतिभा निश्चय ही अत्यंत सराहनीय है।
कार्यक्रम के समापन सत्र में पुरस्कार वितरण किया गया। बाल वर्ग के मॉडल में प्रथम स्थान कशिश कुमारी, द्वितीय स्थान रागिनी कुमारी और तृतीय स्थान श्रेष्ठ कुमार ने प्राप्त किया। किशोर वर्ग के मॉडल में प्रथम स्थान निहित सिंह, द्वितीय स्थान हर्ष राज सिंह और तृतीय स्थान अभय कुमार गुप्ता ने प्राप्त किया। चार्ट बनाने में प्रथम स्थान संगम उरांव, द्वितीय स्थान विद्या उरांव एवं तृतीय स्थान आशीष सिंह ने प्राप्त किया। इस प्रदर्शनी में 263 मॉडल और 600 से अधिक चार्ट लगाया गया था इसमें 500 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया।
विजेता भैया- बहनों को प्रशस्ति पत्र एवं मैडल देकर पुरस्कृत किया गया । पुरस्कार वितरण का कार्य विद्यालय के विज्ञान आचार्य राजीव कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन नीलिमा सिंह और धन्यवाद ज्ञापन मंजू देवी ने किया।
इस विज्ञान प्रदर्शनी में चयनित भैया- बहन प्रांतीय विज्ञान मेला हजारीबाग में सम्मिलित होंगे। सभी भैया बहन और सभी आचार्य बंधु भगिनी इस अवसर पर उपस्थित थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी आचार्य बन्धु -भगनी का सहयोग रहा।वंदे मातरम के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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