रांची, झारखण्ड | अक्टूबर | 16, 2022 :: पिछले बत्तीस महीनों के कार्यकाल में सरकार ने महिला सुरक्षा एवं स्वावलंबन की दिशा में कोई कार्य नहीं किया। सरकारी आंकड़ों के अनुसार महिलाओं पर अत्याचार के मामले में झारखंड नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए, पहले पायदान पर रहा। आज आलम ये है कि राज्य के सभी 45 अनुमंडल एवं 24 जिला के सभी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी एक कोतवाल के भरोसे है।
महिलाओं को सरकारी नौकरी में 50 प्रतिशत का आरक्षण, प्रत्येक गांव में महिला बैंक की स्थापना, गरीब परिवार की महिलाओं को 2000 रू॰ प्रतिमाह चूल्हा खर्च, पंचायत सेवक, एएनएम, शिक्षिका एवं होम गार्ड जैसे सभी रिक्तियों को तत्काल भरते हुए भारी संख्या में महिलाओं को स्थायी नौकरी, प्राथमिक से लेकर पीएचडी तक सभी प्रकार की शिक्षाएं, सभी जाति एवं धर्म की लड़कियों को निःशुल्क देने की बात तथा हर अनुमंडल मुख्यालय में सभी सुविधाओं के साथ महिला महाविद्यालय की स्थापना करने की बात, ये तमाम वादें सरकार ने अपने मेनिफेस्टो में किए थे। आजसू पार्टी सरकार से कोई नई मांग नहीं कर रही, बल्कि उन्हीं के वादों को याद दिला रही है।
महिला समूहों की वजह से समाज में आया बुनियादी बदलाव
महिलाओं से बेहतर नेतृत्वकर्ता कोई और नहीं हो सकता। संसाधनों के अभाव में भी महिलाएं अपने बुलंद हौसले तथा बेहतरीन प्रबंधन एवं नेतृत्व कौशल से समाज में परिवर्तन लाने में सक्षम हैं। महिला समूहों की वजह से समाज में बुनियादी बदलाव आया है, उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। लेकिन हमें यहीं नहीं रुकना है। बदलाव के इस अलख को क्रांति का रूप देना होगा। कुछ मिथक और रूढ़िवादी विचार अब भी समाज में कायम हैं, उसे तोड़ना होगा।
आजसू पार्टी शुरु से ही इस बात की हिमायती रही है कि सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक बदलाव में महिलाएं बराबर की भागीदार बनें। इसी कल्पना एवं सोच के साथ हमने संजीवनी कार्यक्रम की शुरुआत की थी और एक समय आया जब लाखों महिलाएं इस कार्यक्रम से जुड़ी तथा 2012 में इस कार्यक्रम को भारत सरकार से भी स्वीकृति मिली। साथ ही पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं को पचास प्रतिशत आरक्षण देने की जो पहल की थी, उसका सकारात्मक असर अब साफ-साफ दिखने लगा है।
उक्त बातें झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष श्री सुदेश कुमार महतो ने बोड़ेया, रांची स्थित गीतांजलि सभागार में आयोजित अखिल झारखण्ड महिला संघ के जिला सम्मेलन के दौरान कही।
महिलाओं को श्रोता नहीं नेतृत्वकर्ता बनना होगा
जिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड कि महिलाओं में राज्य का चेहरा तथा यहां के हालात बदलने का दमखम है। लेकिन महिला शक्ति को इसके लिए इंतजार नहीं करना है, बल्कि उन्हें खुद आगे आकर अपनी सामाजिक एवं राजनीतिक जिम्मेदारी निभानी होगी। कहा कि कल की बेहतरी के लिए हमें आज रोडमैप तैयार करना होगा, जागरुक होना होगा, सरकार के निर्णयों एवं कार्यशैली पर पैनी नज़र रखनी होगी, राज्य एवं केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की पूरी जानकारी रखनी होगी। अब वक्त बदल चुका। महिलाओं को अब श्रोता नहीं बल्कि नेतृत्वकर्ता बनना होगा, यही समय की मांग है।
राजनीतिक रुप से परिपक्व एवं प्रशिक्षित महिला नेतृत्वकर्ता तैयार करेगी आजसू
आजसू पार्टी पूरे राज्य में पचास हजार महिला नेतृत्वकर्ता तैयार करेगी, जो राजनीतिक रुप से परिपक्व एवं प्रशिक्षित होंगी। इसी क्रम में रांची में ऐसी पांच हजार महिला नेतृत्वकर्ताओं को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।
जिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए अखिल झारखण्ड महिला संघ की केंद्रीय संगठन सचिव वर्षा गाड़ी ने कहा कि सभी पदाधिकारियों एवं नेताओं को संगठनात्मक दृष्टिकोण से अपने कार्यों के प्रति विशेष ईमानदारी और लगन से जूनून पैदा करना होगा। सभी पंचायत के प्रत्येक गांव-गली जाकर घरों के दरवाजे को खटखटाना है, उनका सुख दुःख बांटना होगा। आजसू पार्टी की नीतियों के बारे में लोगों को बताना होगा।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए रांची जिला परिषद अध्यक्ष निर्मला भगत ने कहा कि आजसू पार्टी महिला शक्ति की पार्टी है। यह झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो की परिकल्पना का प्रतिफल है कि महिलाएं सामाजिक जिम्मेदारी के साथ घर की परिधि से बाहर निकलकर राजनीतिक तथा राजनीतिक जिम्मेदारी ले रहीं। इस अवसर पर रांची जिला परिषद उपाध्यक्ष वीणा चौधरी ने कहा कि अगर महिलाएं ठान लें तो उन्हें आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता।
मौके पर रांची महानगर महिला अध्यक्ष सीमा सिंह ने सभी महिला नेत्रियों से अपील करते हुए कहा कि पार्टी की गतिविधियां तेज करने के लिए सभी जुट जाएं, आम जनता से सीधा संपर्क स्थापित करें।
सम्मेलन में मुख्य रूप से अखिल झारखण्ड महिला संघ की केंद्रीय संगठन सचिव वर्षा गाड़ी, केंद्रीय सदस्य विजेता वर्मा, रांची महानगर महिला अध्यक्ष सीमा सिंह, महानगर उपाध्यक्ष डॉ. सुचिता महतो, कार्यकारी अध्यक्ष प्रभा महतो, केंद्रीय सचिव ममता मौर्या, जिला परिषद अध्यक्ष निर्मला भगत, जिला परिषद उपाध्यक्ष वीणा चौधरी, पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष पार्वती देवी, जिला परिषद परमेश्वरी सांडिल, सरिता देवी, मंजू देवी, पूर्व जिला परिषद सदस्य वीणा मुंडा, मीना कुमारी, फूलकुमारी देवी, प्रमुख अनिता गाड़ी, उप प्रमुख आरती देवी, शीला साहू एवं वीणा कुमारी, प्रखंड अध्यक्ष सलगी उरांव, अखिल झारखण्ड छात्र संघ की केंद्रीय सचिव ज्योत्सना केरकेट्टा तथा अंजू तिर्की मुख्य रुप से शामिल थी।
महिला सम्मेलन को आजसू पार्टी केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत एवं हटिया विधानसभा प्रभारी भरत काशी ने भी संबोधित किया।
रिपोर्ट :: देवेंद्र शर्मा