राची, झारखण्ड | मई | 24, 2024 ::
सी.आर.पी.एफ कैंप में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के स्थानीय सेवा केन्द्र चौधरी बगान, हरमू रोड के तत्वावधान में तनाव प्रबंधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी निर्मला बहन ने कहा कि
वर्तमान समय तनाव मानव के व्यक्तिगत, पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन को खोखला, नीरस एवं संघर्षमय बनाता जा रहा है। मानव में व्याप्त अदूरदर्शिता स्वार्थभाव एवं संकुचित विचारधारा ने मानव के आपसी संबंधों में बिखराव और अविश्वास पैदा कर दिया है। ऐसे समय में परमात्मा
शिव प्रदत्त राजयोग साधना पद्धति व्यक्ति के मन को सकारात्मक संतुलित एवं आंतरिक रूप से सशक्त बनाकर जीवन में आनेवाली अनेक नकारात्मक चुनौतियों, विसंगतियों एवं समस्याओं का सहज समाधान करने की क्षमता प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि हम सभी ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां समय हमारे जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू है जिसके आस पास हमारा जीवन घूमता रहता है। दिन भर में आने वाले हर थॉट को प्योर, पॉजिटिव और शक्तिशाली बनाएं, हमारे विचार ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है, जोbहमारे समय को महत्वपूर्ण बनाते है क्योंकि जब हम अपने हर विचार में अच्छाईयों और ताकत
का अनुभव करते हैं और दूसरों को भी उसका अनुभव कराते हैं तब हम पॉजिटिविटी क्रिएट करते हैं। उन्होंने कहा हर पल को परमात्मा के प्यार और समीपता से भरें हमारे जीवन की
सुंदरता तब और भी बढ़ जाती है जब हम परमात्मा के साथ का अनुभव करते हैं और उनसे बात करते है और दूसरों को भी वैसा ही अनुभव कराते हैं। आत्मिक ज्ञान से जब हम हर पल
आत्मिक चेतना में रहते हैं तब हम अन्दर से भरपूर महसूस करते है। हर एक के चेहरे पर शांति और मुस्कुराहट लाना यह सबसे महत्वपूर्ण सेवा है। बी०के० निर्मला बहन ने तनावमुक्त एवं
खुशहाल जीवन के लिए संस्था द्वारा दिए जा रहे निःशुल्क शिक्षा का लाभ लेने हेतु सभा में उपस्थित सभी को प्रेरित किया।
सी०आर0पीoएफ० कमान्डेन्ट डा० सत्येन्द्र कुमार (CMO) (SG) ने सुंदर प्रभावी और सरल रूप से आत्मसात् किए जाने योग्य टिप्स एवं मार्गदर्शन देने के लिए ब्रह्माकुमारी निर्मला बहन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारीज द्वारा दी जा रही राजयोग प्रशिक्षण हमारे जीवन के लिए बहुत उपयोगी एवं सा्थ्थक सिद्ध होगा। सभा में कमान्डेन्ट डा० उमेश सिकरवार (CMO) (SG), डा० मृत्युंजय नेहले (M)/CMO (184) के अलावा सी०आर०पी०एफ० के जवान एवं मानसिक रोग से पीड़ित कई अन्य भी उपस्थित थे।