Breaking News Latest News कैंपस झारखण्ड लाइफस्टाइल

सीयूजे में नाटक “पगला घोड़ा” का मंचन :: दिया संदेश : जीवन में कुछ भी हो जाए पर व्यक्ति को आस का दामन नहीं छोड़ना चाहिए

राची, झारखण्ड  | दिसम्बर  | 22, 2022 ::  प्रदर्शन कला विभाग के तीसरे सेमेस्टेर के छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय में नाटक “पगला घोड़ा” का मंचन किया गया।

इसका निर्देशन विभाग के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर शाकिर तसनीम ने किया।

नाटक की कहानी शमशान में आए चार अधेढ़ व्यक्तियों एवं उनके प्रेम में पश्चाताप ताप के इर्द गिर्द घूमती है। लड़की जो चिता में जल रही है वो इन्हें अपनी अपनी कहानियाँ कहने पर मजबूर करती है।

नाटक यही संदेश देता है कि जीवन में कुछ भी हो जाए पर व्यक्ति को आस का दामन नहीं छोड़ना चाहिए।

जीवित रहने से ही कुछ सम्भव हो सकता है।

निर्देशक शाकिर तसनीम ने मनुष्य के जटिल भावनाओं बड़े सहज और कलात्मक ढंग से प्रस्तुत किया है।

मंच के कलाकारों में नीतिल, अतुल, अनुज, निशांत, कार्तिक के, पूजा और क़ाबेरी थे। प्रकाश संयोजन अमित/कार्तिक/अनुज, मेक उप पूजा और क़ाबेरी का था जबकि पार्श्व संगीत संयोजन डॉक्टर राम ईश्वर ने किया था।
दर्शकों में डीन डॉक्टर सुचेता सेन चौधरी, संकाध्यक्ष छात्र कल्याण प्रोफ़ेसर रत्नेश विषवकसेन, कोऑर्डिनेटर डॉक्टर वेंकट नरेश बुर्ला, डॉक्टर जया शाही, विश्वविद्यालय के छात्र और छात्राएँ उपस्थित थे।इसकी जानकारी पीआरओ नरेंद्र कुमार ने दी।

Leave a Reply