राची, झारखण्ड | अप्रैल | 23, 2024 ::
भूगोल विभाग द्वारा आयोजित जियोक्लब के पृथ्वी दिवस समारोह का दूसरा दिन सेंट जेवियर्स कॉलेज रांची के भूगोल और आई क्यू ए सी कि एक शानदार सफलता थी। नेशनल ज्योग्राफिक, एचबीओ, डिस्कवरी नेटवर्क और अतुल्य भारत के साथ काम करने का व्यापक अनुभव रखने वाले प्रसिद्ध वन्यजीव और प्रकृति फोटोग्राफर अंकुश कसेरा ने छात्रों के साथ अपना ज्ञान और अनुभवों को साझा किया।
कसेरा का स्वागत पारंपरिक आदिवासी नृत्य और परछावन की रस्म के साथ किया गया कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन समारोह के साथ हुआ, श्री कसेरा, फादर प्रिंसिपल नाबोर लाकड़ा (एसजे), विभागाध्यक्ष प्रो अनिमेष रॉय, प्रो. राजीव रंजन श्रीवास्तव और सहायक प्रो डॉ. संदीप चंद्र ने किया, कसेरा को प्रकृति के प्रति सम्मान और प्रेम का प्रतीक स्मृति चिन्ह और पौधे भेंट किए गए तथा अर्ध-शास्त्रीय प्रारूप में एक मनमोहक स्वागत नृत्य प्रदर्शन ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए
फादर प्रिंसिपल नाबोर लाकड़ा ने अपनें सम्बोधन में छात्रों से आग्रह क्या कि वे अपने जीवन में सपनों का महत्व, दृढ़ संकल्प और उद्देश्य प्राप्ति के लिए भीड़ में ना चले बल्कि भीड़ से अलग खड़े हों कर अपने व्यक्तित्व को निखारने कि कोशिश करे तथा उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जीवन में किसी चीज़ कि सुरुआत करने के लिए कभी देर नही होती
रांची में स्वच्छता और अपने ग्रह को अपने घर की तरह मानना पर प्रकाश डालते हुए एक शोर्टफिल्म का प्रदर्शन किया
कसेरा ने अपने अनुभवों, महत्वाकांक्षाओं, संघर्षों आदि को साझा करते हुए छात्रों को प्रकृति और जंगल कि खूबसूरती और मनमोहकता को पहचानने अपने कौशल को निखारने तथा सफलता के लिए एक दृष्टिकोण विकसित करने तथा उसे भौतिक संपत्ति से अधिक प्राथमिकता देना के महत्व पर बल दिया ।
इसके बाद एक इंटरैक्टिव सत्र हुआ, जहां कसेरा ने फोटोग्राफी में अपनी विशेषज्ञता साझा की। वह प्रगति में बाधक भौतिकवादी संपत्तियों पर दूरदर्शिता के महत्व पर जोर दिय अंत में
प्रोफेसर राजीव रंजन श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन दिया और हमारे ग्रह की सुंदरता को बनाए रखने के लिए सामूहिक कार्रवाई का आवाहन कर कार्यक्रम का समापन किया