रांची, झारखण्ड । जुलाई | 07, 2017 :: राँची विश्वविद्यालय के फोटोग्राफिक क्लब ‘‘रूपसी’’ का तीसरा स्थापना दिवस पर रूपसी ने राँची विश्वविद्यालय के पीजी विद्यार्थियों के लिये दो प्रतियोगिताएँ आयोजित की । पहली प्रतियोगिता थी फोटो प्रदर्शनी-सह-प्रतियोगिता जिसमें विद्यार्थियों को अधिकतम 5 तस्वीरें जमा करनी थी और विषय था ‘‘सिटी लाईफ’’ प्रतियोगिता के इस सेक्शन में 45 इन्ट्री आई जिसकी प्रदर्शनी पीजी दर्शनशास्त्र विभाग के प्रागंण में लगाई गई।
इस प्रदर्शनी का उद्घाटन राँची विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो॰ (डाॅ॰) रमेश कुमार पाण्डेय, प्रतिकुलपति डाॅ॰ कामिनी कुमार तथा छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डाॅ॰ गिरिजाशंकर नाथ शाहदेव ने सम्मिलित रूप से किया।
कुलपति ने कहा कि पीजी के विद्यार्थियों के लिये कौशल विकास की दृष्टि से रूपसी के द्वारा निःशुल्क फोटोग्राफी की शिक्षा देना अत्यंत ही सराहनीय कार्य है। इससे हमारे विद्यार्थी फोटोग्राफी कला में निपुण होंगंे। विद्याार्थियों में अपार संभावनाएं हैं। विश्वविद्यालय में फोटोग्राफी में डिप्लोमा कोर्स की शुरूआत भी होनी चाहिए।
प्रतिकुलपति डाॅ॰ कामिनी कुमार ने कहा कि रूपसी के द्वारा निःशुल्क फोटोग्राफी का प्रशिक्षण देने से विद्यार्थियों को अपने शोधकार्यों तथा प्रेजेन्टेशन बनाने में भरपूर सहायता मिलेगी। इसके लिये डाॅ॰ सुशील कुमार अंकन तथा निरंजन कुमार धन्यवाद के पात्र हैं जिन्होंने विश्वविद्यालय के पीजी स्तर के विद्यार्थियों को फोटोग्राफी सीखाने के लिये एक प्लेटफार्म दिया है।
डीन स्टूडेन्ट वेलफेयर डाॅ॰ गिरिजाशंकर नाथ शाहदेव ने कहा कि रूपसी द्वारा फोटोग्राफी सीखाने से हमारे विद्यार्थियों को अपने अघ्ययन के साथ साथ कैरियर के लिये भी कई अवसर मिल सकते हैं।
मौके पर उपस्थित रूपसी के अध्यक्ष डाॅ॰ सुशील कुमार ‘अंकन’ ने कहा कि वर्तमान में फोटोग्राफी लिटरेट होना बहुत जरूरी है क्योंकि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में इसकी आवश्यकता पड़ती है। विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिये अध्ययन अध्यापन के क्षेत्र में फोटोग्राफी एक टूल की तरह काम करता है। आज डाॅक्युमेंटेशन के लिये फोटोग्राफी कला की मान्यता पूरे विश्व में है। वर्तमान में प्राय सभी अच्छे और प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में फोटोग्राफी कला की पढ़ाई की व्यवस्था है या व्यवस्था की जा रही है।
रूपसी की दूसरी प्रतियोगिता थी ‘‘आॅन द स्पाॅट फोटो खींचो प्रतियोगिता’’। इसमें विद्यार्थियों को विषय दिया गया ‘‘विद्यार्थी जीवन’’ और एक घंटे का समय देकर विश्वविद्यलय के मोरहाबादी परिसर में ही फोटो खींचने को कहा गया।
दोनो प्रतियोगिताओं में तीन-तीन पुरस्कार रखे गये । निर्णायक मंडल में कुलदीप सिंह दीपक, अशोक कर्ण और जगदीश सिंह अमृृत थे। निर्णय हुआ कि प्रदर्शनी के समापन पर कल पुरस्कारों की घोषणा की जायेगी। यह प्रदर्शनी 8 जुलाई को भी 11 बजे से 4 बजे तक रहेगी।
प्रतियोगिता की तैयारियों में रूपसी के सचिव निरजंन कुमार एवं सक्रिय सदस्यों में नरेन्द्र मिश्रा, स्वेता कुंकल, विरेन्द्र रावत, अनिल सिंकू, मनीष, सुबोध उराँव, डाॅ॰ सोनी कुमार सिंह, डाॅ॰ स्वेता सिंह, डाॅ॰ स्नेहाप्रिया ओझा सहित अन्य कई सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा।