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अगले साल और एक लाख युवाओं को मिलेगा रोजगार :: रघुवर दास ( मुख्यमंत्री, झारखण्ड )

झारखण्ड ने आज वो कर दिखाया जिसकी कल्पना तक करना नामुमकिन था रांची के खेलगांव स्थित टाना भगत इंडोर स्टेडियम में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित स्किल समिट 2018 के अवसर पर 27 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये

27842 युवाओं को मिला रोजगार, झारखण्ड ने रचा इतिहास

राजधानी रांची में जल्द बनेगा विदेश भवन

अगले साल और एक लाख युवाओं को मिलेगा रोजगार
………….. रघुवर दास, मुख्यमंत्री

झारखंड में पाइपलाइन गैस कार्य का शुभारंभ जल्द: धर्मेन्द्र प्रधान

रांची, झारखण्ड । जनवरी | 12, 2018 :: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार ने राज्य से बेरोजगारी हटाने का प्रण लिया है। आज 27 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिलने के अवसर पर उन्हें बधाई। यह एक ऐतिहासिक क्षण है, जब एक साथ 27 हजार से अधिक युवाओं को निजी क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त हुआ है। आप दिल लगा कर काम करें और झारखंड का नाम रौशन करें। स्टेडियम में उपस्थित युवाओं अपार भीेड़ को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि आप युवाओं के उत्साह को देख ऐसा लग रहा है कि युवाओं को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। स्वामी विवेकानंद जी की जंयती जिसे पूरा देश राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में मना रहा है के अवसर पर झारखण्ड इतिहास रच रहा है। हमारी सरकार ने आज 25 हजार युवाओं को रोजगार देन का वादा किया था उसे आज पूरा किया है। आज झारख्रण्ड प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नये भारत के निर्माण के सपने को पूरा करने में अपनी सीधी भागीदारी निभा रहा है। रघुवर दास ने कहा कि पूरा विष्व जब बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा है उसी समय झारखण्ड सरकार ने एक टीम भावना से काम कर जिसमें सरकार एवं निजी क्षेत्र ने मिलकर युवाओ को बेहतर रोजगारोन्मुख इको सिस्टम दिया है। आज हम शान से कह सकते हैं कि रोजगार देखना है, विकास देखना है तो झारखण्ड आईये। मुख्यमंत्री आज खेलगांव स्थित टाना भगत इंडोर स्टेडियम में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित स्किल समिट 2018 के अवसर पर युवाओं को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने अपने बीते समय को याद करते हुए बताया कि 1977 में मेरे पिताजी टाटा स्टिल कंपनी से सेवा मुक्त हुए थे और मैं 1980 में 1500 रुपये में नौकरी पकड़ी साथ ही कुजू से कोयला लाकर भी अपनी टाल के माध्यम से बेचा। इसलिए मैं बेरोजगारी का दर्द समझता हूं इसका पूरा अनुभव है मुझे।
झारखंड का मुख्यमंत्री बनने पर मैंने संकल्प लिया के मैं झारखंड का नंबर 1 मजदूर बन कर राज्य की सेवा करुं। मुख्यमंत्री का पद मैने सेवा के लिये ही धारण किया है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी की सोच है कि भारत की दुनिया भर में स्किल्ड इंडिया के रुप में एक अलग पहचान बने। उन्होंने कहा कि झारखंड में कुशल श्रमिकों की एक फौज तैयार हो रही है, जो राज्य और देश के बाहर भी लोगों के बीच अपना ध्यान आकृष्ट करेंगें। हमारी सरकार ने 700 करोड़ रुपये खर्च कर झारखंड के बच्चों को कुशल बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि अटल जी ने कहा था कि अंधेरा छटेंगा और विकास का सूरज निकलेगा झारखंड में अपार संभावनाएं हैं आने वाले वर्षों में हमारा देश विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में खड़ा होगा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राजधानी रांची में भी विदेश भवन जल्द बनेगा। आप युवा देश के बाहर सरकार द्वारा अधिकृत एजेंसी के माध्यम से ही जाएं। अगर बाहर कुछ दुर्घटना हो जाती है तो राज्य सरकार 5 लाख अनुदान स्वरुप प्रदान करेगी। आज हम 25 हजार लोगों को नौकरी दे रहे हैं अगले साल हम झारखंड के और एक लाख युवाओं को रोजगार देंगे।

केंद्रीय मंत्री पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस एवं कौशल विकास धर्मेंद्र प्रधान ने इस अवसर पर कहा कि झारखंड की कार्यकुशलता अब चरम पर है । यह सजग सरकार जिम्मेवार सरकार की छवि को परिलक्षित करता है।मुझे यह यहां आकर इस बात का इस बात की जानकारी जानकारी हुई कि झारखंड के 24 जिलों में मेगा स्किल डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने की योजना है । यह यह सोच बहुत आगे की है।झारखंड समृद्ध बनेगा मेरा मानना है कि विश्व की आधुनिकता को भारत के संस्कार से जोड़ने का नाम कौशल विकास है।इस पवित्र यज्ञ जनआंदोलन में झारखंड सरकार ने मुझे शामिल किया इसके लिए धन्यवाद।
श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पहले दिल्ली में योजनाये बनती थीं और अन्य राज्य उनका अनुशरण करती थी। और झारखण्ड की योजनाओं का दिल्ली सहित अन्य राज्यासें में अनुकरण होता है।। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की योजनाओं को पूरे देश में किसी राज्य ने अगर मूर्तरूप दिया है तो वह झारखंड है। एक जिम्मेवार शासक और हम सब की जिम्मेवारी है नौजवानों व आने वाली पीढ़ी को सुविधाओं से आच्छादित व उन्हें सम्मान की जिंदगी प्रदान करने की।इसमें कौशल विकास का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि यह 3 साल की स्थित सरकार की महत्वपूर्ण देन है कि आज हम एक साथ 25000 से ज्यादा युवाओं को रोजगार प्रदान कर रहे हैं। झारखंड में जल्द ही पाइपलाइन गैस कार्य का शुभारंभ होगा। प्राकृतिक गैस आने से ऑटोमोटिव कंपनी झारखंड आएगी

शिक्षा मंत्री श्रीमती नीरा यादव ने कहा कि युवा दिवस के अवसर पर 25 हजार से ज्यादा युवाओं को नौकरी प्रदान कर मोमेंटम झारखण्ड की वास्तविक छवि उभर कर सामने आई है। राज्य सरकार का संकल्प है कि प्रत्येक वर्ष 1 लाख युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोडा जायेगा। स्किल्ड यूनिवर्सिटी निर्माण हेतु सरकार कार्य कर रही है। युवा दिगभ्रमित ना हों। श्रीमती यादव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि देश के बच्चों को ऐसी शिक्षा मिले जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके, वे आत्मनिर्भर बन सकें, चरित्र का निर्माण और समाज सेवा के भावना उनमें भरी हो। प्रधानमंत्री जी ने भी गरीबी को चुनौती के रूप में लेकर इसके खिलाफ युद्ध छेडने की बात कही। प्रधानमंत्री ने कौशल युक्त मानव संसाधन पर जोर दिया।
जहां कौशल और गति को प्रमुखता दी गई। राज्य सरकार ने भी प्रधानमंत्री जी की बातों को आत्मशात करते हुए कौशल विकास हेतु 49 चयनित एजेंसियोंए 263 केंद्रों, 22 सेक्टर और 90 ट्रेड के माध्यम से युवाओं का कौशल विकास कर रही है। श्रीमती यादव ने बताया कि फरवरी 2017 में आयोजित मोमेंटम झारखण्ड के बाद पूरा देश झारखण्ड की ओर आशाभरी निगाहों से देख रहा है।

मुख्यसचिव श्रीमती राजबाला वर्मा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि लगातार निरंतर चलते रहना है.. झारखण्ड सरकार भी स्वामी जी की उन बातों को आत्मसात करते हुए कार्य कर रही है ताकि राज्य के युवाओं का सशक्तिकरण हो तथा यहाँ के सवा तीन करोड़ जनता का समग्र विकास और समृधि सुनिश्चित हो सके। श्रीमती वर्मा ने कहा कि झारखण्ड युवा राज्य है। राज्य के युवाओं के पास ऊर्जा, साहस, सपने और आकांक्षाएं हैं। ये ही राज्य की शक्ति हैं जिसपर हमें गर्व है। माननीय मुख्यमंत्री जी कहते हैं कि युवाओं को सपने देखने दो, लक्ष्य ऊंचा रखने दो जिसके जरिये वे सफलता की ऊंची उड़ान भर सकें। युवाओं के इस उड़ान को और ऊर्जा प्रदान करने के उद्देश्य से स्किल समिट 2018 का आयोजन किया गया। श्रीमती वर्मा ने कहा कि राज्य के युवाओं के सपने को धरातल पर उतारने और उनकी आकांक्षाओं को मूर्तरूप देने के लिये झारखण्ड सरकार कृतसंकल्पित है। दूरगामी सोच और कार्ययोजना के साथ राज्य के बच्चों के सपनों को साकार करने में सरकार जुटी है ताकि आर्थिक व सामाजिक विकास में युवाओं का हाथ मजबूती से हो सके। श्रीमती वर्मा ने बताया कि युवाओं को बेहतर कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण प्राप्त हो इस निमित राज्य सरकार ने 700 करोड़ रुपये का उपबंध किया है। मेगा स्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना की गई है। गुणवत्ता युक्त प्रशिक्षण के लिये सिंगापुर कंपनी के साथ राज्य सरकार डव्न् कर गुणवत्ता पूर्ण प्रशिक्षण सुनिश्चित किया गया।

श्रीमती वर्मा ने कहा कि व्यपार में सुगमता और श्रम सुधार मामले में राज्य आगे है। माननीय मुख्यमंत्री के निदेश पर निवेश के लिये एक सिस्टम तैयार किया गया है। फरवरी 2017 में आयोजित मोमेंटम झारखण्ड ग्लोबल इन्वेस्ट समिट के बाद 195 कंपनियों की आधारशिला रखी गई। यह युवाओं के लिए बड़ा अवसर है उनके सशक्तिकरण में इसका योगदान रहेगा।
सचिव उच्च एवं तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास श्री अजय कुमार सिंह ने कहा कि स्किल समिट 2018 के माध्यम से युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है। युवा वर्ग आशान्वित है। उनमें पढ़ने और आगे बढ़ने की प्रवृति में अभिवृद्धि हुई है। स्किल झारखण्ड की ओर अग्रसर राज्य के लिये स्किल समिट मील का पत्थर साबित होगा। इस कार्यक्रम के पूर्व माननीय मुख्यमंत्री जी ने 25 हजार नियुक्तियां करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में विभिन्न विभागों की संचालित योजनाओं को समाहित और युवाओं को प्रशिक्षित किया गया। मेगा स्किल डेवलपमेंट सेंटर के माध्यम से युवा प्रशिक्षित हुए। स्कूल , कॉलेज में कार्यक्रम संचालित हुए। 14 स्थाई प्लेसमेंट सेंटर स्थापित हुए। 210 कैंपस प्लेसमेंट का आयोजन हुआ और आज राज्य सरकार अपने लक्ष्य से 25 हजार से कहीं ज्यादा 27 हजार 842 युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित कर रहें हैं।
श्री सिंह ने बताया कि रांची के 5893 और पूर्वी सिंहभूम के 4074 युवाओं को इस स्किल समिट 2018 में नियुक्ति पत्र मिला है। टॉप 6 सेक्टर में युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया है। सबसे अधिक 43 हजार रुपये मासिक की नौकरी राज्य के युवाओं को मिला है। राज्य सरकार लगातार युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ने हेतु प्रयत्नशील है। सरकार का प्रयास है राज्य के युवा कुशल और हुनरमंद बनें।


फिल्म निदेशक सुभाष घई ने कहा कि झारखंड के बच्चें होनहार और प्रतिभावान हैं। जरूरत हैं उन्हें सही दिशा प्रदान करने की। आज झारखण्ड इतिहास रच रहा है। विदेशों में पढ़ाई के साथ साथ कौशल विकास पर भी जोर दिया जाता है वहां की पढ़ाई कौशल विकास पर ही आधारित है। श्री घई ने बताया कि उनके पिता चाहते थे कि मैं नौकरी करु, लेकिन मैं मालिक बनना चाहता था। इसके लिये मैंने खुद को जाना अपने कौशल को पहचाना। आपको भी अपने आप को जानना होगा। मैंने अपने जीवन में बहुत काम किये हैं अब अपने कौशल से युवा पीढ़ी को अवगत कराना है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के एम एन सिंह ने कहा कि देश की कंपनी को अब स्किल्ड कामगारों की जरूरत है। गुणवत्ता पूर्ण ग्राहक सेवा के लिये यह जरूरी है। झारखण्ड सरकार ने राज्य के युवाओं को मौका दिया है तो युवा आनेवाली पीढ़ी के लिये रोल मॉडल बनें ताकि आनेवाली पीढ़ी उनसे प्रेरणा ले सफलता की ओर बढ़े। राज्य सरकार भी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिये प्रशिक्षित शिक्षक उपलब्ध कराये। समय की मांग के अनुरूप युवाओं को प्रशिक्षण मिले ताकि बच्चें कुशल बन सकें , इससे राज्य का परिदृश्य बदलेगा।

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