राची, झारखण्ड | जून | 20, 2024 ::
प्रदेश में जातीय सर्वेक्षण करने हेतु कार्मिक विभाग को यह जिम्मेवारी कैबिनेट की बैठक में दी गई है। इसका राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा स्वागत करता है। इस फैसले से राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा द्वारा वर्षों से पूर्व में किए जा रहे आंदोलन को आज धरातल मिल गई है।
जातीय सर्वेक्षण हो जाने से ओबीसी समुदाय को न्याय मिलेगा और उनका जनसंख्या अनुपात में हिस्सेदारी का रास्ता साफ हो जाएगा।
उक्त बातें राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने प्रेस वार्ता में कही।
उन्होंने कहा इसके लिए राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा लगातार जातीय जनगणना करने के लिए धरना प्रदर्शन भुख हड़ताल, आक्रोश मार्च, सेमिनार सहित कई आंदोलन किया था जिसकी गूंज राष्ट्रीय स्तर पर भी गूंजी थी और राहुल गांधी जी ने इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर जोर-जोर से उठाया था इसके लिए राहुल गांधी जी हेमंत सोरेन जी, मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, तेजस्वी यादव जी के प्रति आभार व्यक्त करता है।
लोकसभा चुनाव से पहले हुई विधानसभा सत्र में सरकार ने जातीय सर्वेक्षण करने का निर्णय लिया था और अब लोकसभा चुनाव के बाद पहली कैबिनेट बैठक में यह प्रस्ताव लाकर सर्वेक्षण करने का रास्ता साफ किया है।
श्री गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार को अब शीघ्र ही जाति सर्वेक्षण करने का कार्य प्रारंभ कर इसी विधानसभा के कार्यकाल में पूरा करे। जिससे सरकार की विश्वसनीयता बने ही रहेगी।
जिस तरह से राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री और वर्तमान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी जी ने ओबीसी समुदाय के हक हुकक लूटने का काम किया था 7 जिले में ओबीसी का आरक्षण शून्य और ओबीसी का आरक्षण 27% से घटकर 14% कर दिया था। जिससे लाखों नौजवानों की हकमारी हुई है।
जिसका परिणाम हुआ है कि अधिसूचित क्षेत्र के 5 लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र में ओबीसी समुदाय ने भारतीय जनता पार्टी के विरोध में मतदान कर इंडिया गठबंधन को जिताने का काम किया है।
प्रेस वार्ता में सूबेदार एसएन सिंह कुशवाहा, विद्याधर प्रसाद , महासचिव अजय मेहता,शिव प्रसाद साहू,उपेंद्र कुशवाहा,तपेश्वर गोप,रामावतार कश्यप,जगदीश साहू,उपेंद्र कुमार, नीरज साहू आदि उपस्थित थे।