रांची, झारखण्ड | दिसम्बर | 28, 2020 :: सीजीएसटी (14वें संशोधन) नियम 2020, में किये गये संशोधनों जिन्हें 1 जनवरी 2021 से प्रभावी किया जाना प्रस्तावित है से, स्टेकहोल्डर्स के बीच व्याप्त कठिनाइयों को देखते हुए आज चैंबर भवन में व्यापारियों की एक बैठक संपन्न हुई। यह कहा गया कि इस संशोधन से सरकार के राजस्व संग्रह में वृद्धि या सरलीकरण की सार्थकता कहीं भी प्रदर्शित नहीं होती है जिसपर मंत्रालय को पुर्नविचार करने की आवश्यकता है। क्योंकि यह वास्तविकता है कि कोविड-19 के कारण घरेलू कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और कारोबारी अपने व्यापार को पुर्नजीवित करने की निरंतर कोशिशें कर रहे हैं। व्यापारियों की कठिनाईयों को देखते हुए चैंबर द्वारा वित्त मंत्री, भारत सरकार को पत्र प्रेषित करते हुए कहा गया कि चिंतनीय है कि ऐसे समय में कुछ संशोधित प्रावधान यथा – जीएसटीआईएन के निलंबन के लिए करदाता को सुनवाई को अवसर नहीं देने, निबंधन प्रक्रिया में भौतिक सत्यापन की व्यवस्था, रूल्स 36(4) के तहत आईटीसी दावे पर प्रतिबंध तथा सेक्शन 86बी के तहत प्रत्येक महीने 50 लाख से अधिक के टर्नओवर वाले कारोबारियों को (कुछ अपवादों को छोडकर) जीएसटी देनदारी का कम से कम एक फीसदी नकद में जमा कराने के प्रावधान से कारोबारियों पर कंप्लायंस का बर्डेन बढने की भरपूर संभावनाएं हैं। चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबडा ने कहा कि जीएसटी के समस्त संशोधनों को प्रभावी करने से पूर्व स्टेकहोल्डर्स को प्रशिक्षित करने एवं उसकी सार्थकता समझाने की परंपरा रही है। यह आग्रह किया गया कि प्रस्तावित संशोधनों को 1 जनवरी 2021 से प्रभावी करने के निर्णय को शिथिल करें व इससे पूर्व राज्य के स्टेकहोल्डर्स के बीच नियमों की सार्थकता को बताने एवं स्टेकहोल्डर्स के पक्ष को सुनने हेतु दिशा-निर्देश जारी करें। साथ ही झारखण्ड जीएसटी विभाग को भी फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैंबर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज के साथ वृहद् बैठक हेतु निर्देशित करें। विदित हो कि चैंबर द्वारा इस हेतु वित्त राज्यमंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर के साथ ही जीएसटी पर्षद्, सचिव, वाणिज्यकर विभाग एवं सीजएसटी के संयुक्त आयुक्त को भी पत्र प्रेषित किया गया।
आज की बैठक में चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबडा, उपाध्यक्ष किशोर मंत्री, धीरज तनेजा, महासचिव राहुल मारू, सह सचिव राम बांगड, दीनदयाल बरनवाल, पूर्व अध्यक्ष रंजीत गाडोदिया, दीपक कुमार मारू, कार्यकारिणी सदस्य अमित शर्मा, सदस्य अंजय पचेरिवाल, ज्योति पोद्दार एवं सीए अरविंद मोदी उपस्थित थे।