Breaking News Latest News कैंपस झारखण्ड

शिक्षक दिवस के मौके पर प्राइवेट स्कूलस एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन, झारखंड इकाई की बैठक : तीन बिन्दुओं पर हुई चर्चा

 

रांची, झारखण्ड  | सितंबर | 05, 2021 : शिक्षक दिवस के मौके पर प्राइवेट स्कूलस एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन, पासवा की झारखंड इकाई की बैठक रांची के कांके स्थित न्यू ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल बूढ़ीबागी में हुई। शिक्षकों ने शिक्षक दिवस पर स्कूल बंद रहने के कारण उत्पन्न स्थिति पर चिंता जतायी और कहा कि अब जब स्थिति सामान्य हो गयी है, तब भी यदि स्कूल नहीं खोला गया, तो बंदी के कगार पर खड़े अधिकांश प्राइवेट स्कूल बंद हो जाएगा। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में पासवा के राज्य इकाई के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे उपस्थित थे।
पासवा राज्य इकाई ने आगामी 11 सितंबर को शिक्षक सम्मान दिवस समारोह का आयोजिन करने का निर्णय लिया है।पासवा अध्यक्ष आलोक दूबे ने शिक्षक दिवस पर तमाम शिक्षकों के साथ साथ प्राइवेट स्कूल के संघर्षरत शिक्षकों को भी शिक्षक दिवस की बधाई दी। बैठक में मुख्य रूप से तीन बिन्दुओं पर चर्चा हुई, जिसमें नर्सरी से कक्षा 8 तक के स्कूलों को खोलने और निजी स्कूलों की जमीन संबंधित बाध्यता समाप्त करने की मांग शामिल है। बैठक में निर्णय लिया गया, जल्द ही पासवा और अभिभावकों का शिष्टमंडल इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन,शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो, और वित्तमंत्री डॉ0 रामेश्वर उरांव से मुलाकात कर अपनी मांग रखेगा। बैठक में शिक्षकों को सम्मानित एवं प्रतीक चिन्ह देने का भी निर्णय लिया गया।
पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा कि प्राइवेट स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में 100 रुपये से लेकर 250 रुपये प्रति माह शुल्क लेकर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में जुटे है। एक स्कूल कई रोजगार सृजन करता है,लेकिन स्कूल बंद होने के कारण लाखों लोगों के समक्ष आजीविका को लेकर संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी है, इसलिए सरकार को अब तुरंत इस पर निर्णय लेना चाहिए।
बैठक की अध्यक्षता संत गार्बेल एण्ड मोनिका स्कूल ऐदलहातू की प्राचार्या डॉ सुषमा केरकेट्टा ने किया। डॉ0 केरकेट्टा ने बताया कि उन्होंने बड़ी नौकरी छोड़ कर ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा देने का फैसला लिया था, लेकिन ऐसी हालात हो गयी है कि अब लगने लगा है कि यह फैसला गलत था। उन्होंने कहा कि स्कूल बंद रहने से शुल्क नहीं आ पा रहा है, जिसके कारण शिक्षकों का वेतन देना भी संभव नहीं हो पा रहा है और शिक्षकों के समक्ष भी आजीविका की बड़ी संकट उत्पन्न हो गयी है। उन्होंने कहा कि झारखंड में यदि सभी निजी स्कूल बंद हो जाए, तो साक्षरता का दर गिर कर 10 प्रतिशत रह जाएगा, यह आदिवासियों और गरीब बच्चों के साथ बड़ा अन्याय होगा। बैठक का संचालन पासवा के प्रदेश उपाध्यक्ष सह एचएम पब्लिक स्कूल के प्राचार्य अरविन्द कुमार ने किया। इस मौके पर निजी विद्यालय के संचालकों में मुख्य रूप से राशिद अंसारी,राजीव कुमार,कैलाश कुमार पितांबर दास, रूपेश कुमार,अजय सिंह, रॉबर्ट कुमार, रामचंद्र झा,आरके कौशिक,तरुण तांती, आलोक विपिन टोप्पो, मोहम्मद नौशाद हुसैन,अमीन अंसारी, अब्दुल माजीद अंसारी,संजय प्रसाद, मुजाहिद इस्लाम,संजय कुमार सिंह मुख्य रूप से उपस्थित थे।

Leave a Reply