Breaking News Latest News ख़बरें जरा हटके झारखण्ड

कारगिल विजय दिवस के मौके पर अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संगम साहित्योदय के मंच पर साहित्य संग्राम :: हाथ गगन की ओर उठाकर भारत माँ की जय बोलो

रांची, झारखण्ड  | जुलाई  | 26, 2021 :: कारगिल विजय दिवस के मौके पर अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संगम साहित्योदय के मंच पर साहित्य संग्राम का भव्य एपीसोड सम्पन्न हुआ। इस मौके पर देश के दिग्गज ओज कवियों ने काव्यपाठ किया और कारगिल युद्ध की वीरता को याद किया। कार्यक्रम की शुरुवात फौजी पत्नी मीरा नायर के देशभक्ति गीतों से हुई।
बतौर मुख्य अतिथि करगिल युद्ध में कैप्टन रहे कर्नल पीटी विजय ने सभी जवानों को याद करते हुए कई रोचक प्रसंग बताया। प्रख्यात ओज कवि अजय अंज़ाम ने *हाथ गगन की ओर उठाकर भारत माँ की जय बोलो* सहित वीरता के कई गीत गाये। सिवनी की ओज कवयित्री अपर्णा अतुल दुबे ने *बन गये फौलाद वो सरहद पे जाके डट गये* जमशेदपुर की कवयित्री वीणा पाण्डेय ने – *माटी की सौगंध हमे है कदम हमारे बढ़े सदा* और हैदराबाद से सुदेष्णा सामंत ने – *नापाक इरादे दुश्मन के थे* सुनकर करगिल युद्ध की घटना को जीवंत कर दिया। संचालन करते हुए पंकज प्रियम ने *जब सीमा पे चलती गोली, लहू खेलती हमसे होली* फौजी और उसकी पत्नी के बीच के मार्मिक संवाद को इतनी खूबसूरती से प्रस्तुत किया कि कर्नल विजय भावुक हो उठे। अंत में वीर शहीदों को नमन कर कार्यक्रम का समापन किया गया। इस मौके पर कर्नल पीटी विजय को साहित्योदय जय हिंद सम्मान के साथ अन्य कवियो को भी सम्मानित किया गया।
संस्थापक अध्यक्ष पंकज प्रियम ने बताया कि साहित्योदय पिछले कई वर्षों से साहित्य कला और संस्कृति के उत्थान में लगा है। इस कोरोनाकाल में साहित्योदय ने 2 हजार से अधिक आयोजन किये और सैकड़ों सम्मान प्रतियोगिता आयोजित किया। आगामी 16 सितंबर को तृतीय स्थापना दिवस पर कई कार्यक्रम होने हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ बुद्धिनाथ मिश्र, संजय करुणेश, सुनील सिंह बादल, राकेश तिवारी, डॉ रजनी चँदा, गीता चौबे, सुदेष्णा सामंत, अजय अंजाम, मीरा नायर, सुरेंद्र उपाध्याय, सदानंद सिंह यादव, किशोरी भूषण, सुजाता प्रिय, सीमा सिन्हा, अनामिका अनु, सुशान्त पाठक, खुशबू बर्णवाल डॉ कल्याणी कबीर और संतोष चौबे सहित तमाम साहित्योदय टीम जुटी है।

Leave a Reply