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सरला बिरला विश्वविद्यालय में “योगा फॉर फिजिकल, मेंटल एवं इमोशनल हेल्थ” विषय पर अंतरराष्ट्रीय योग सम्मेलन संपन्न

रांची , झारखण्ड  |जून  | 25,  2021 ::  सरला बिरला विश्वविद्यालय रांची के योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विभाग तथा योगा एलाइंस इंटरनेशनल के संयुक्त तत्वावधान में “योगा फॉर फिजिकल, मेंटल एवं इमोशनल हेल्थ” विषय पर अंतरराष्ट्रीय योग सम्मेलन का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया। जिसमें भारत सहित विश्व के कुल चौदह देशों के योग विशेषज्ञ सम्मिलित हुए।

कांफ्रेंस के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रुप में योगा एलाइंस इंटरनेशनल के फाउंडर एवं अध्यक्ष स्वामी विद्यानंद जी एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर मोरारजी देसाई इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ योगा एवं मिनिस्ट्री ऑफ आयुष ,भारत सरकार के निदेशक डॉ ईश्वर वासा वी रेड्डी, कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक सह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ गोपाल पाठक, कार्यक्रम के संरक्षक सह कुलसचिव प्रोफेसर डॉ विजय कुमार सिंह आदि ने अपने व्याख्यानो द्वारा सत्र का विधिवत शुभारंभ किया।
उक्त अंतरराष्ट्रीय योग सम्मेलन को कुल 4 चरणों में विभाजित किया गया था। जिसमें उद्घाटन सत्र के अलावा दो तकनीकी सत्र एवं एक समापन सत्र रखा गया था।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि स्वामी विद्यानंद जी ने उपस्थित सभी श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि योग एक जीवन दर्शन है । कर्म के साथ सद्भावना एवं समर्पण का विशेष महत्व है।
विशिष्ट अतिथि डॉ ईश्वर वासा वी रेड्डी ने मुख्य रूप से सम्मेलन में महर्षि पतंजलि द्वारा प्रतिपादित अष्टांग योग का सविस्तार वर्णन किया एवं योग के विभिन्न अंगों के महत्व को भी समझाया।
कार्यक्रम के अध्यक्षीय सम्बोधन में कुलपति प्रोफेसर डॉ गोपाल पाठक ने श्रीमद भगवतगीता में वर्णित कर्म योग को व्यवहारिक जीवन में समर्पण के साथ अपनाए जाने की बात कही। उन्होंने सत,रज और तम तीनों गुणों के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने योग द्वारा जीवन को अनुशासित बनाए रखने की महत्ता पर बल दिया।
कार्यक्रम का विषय प्रवेश कराते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर डॉ विजय कुमार सिंह ने कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए संतुलित एवं संयमित दिनचर्या के लिए योग को आवश्यक व उपयोगी बताया।
सम्मेलन के प्रथम एवम द्वितीय तकनीकी सत्र में विश्वस्तरीय 22 से अधिक योग विशेषज्ञों ने शारीरिक स्वास्थ्य हेतु योग तथा मानसिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य हेतु योग के बारे में अपने अपने विचार रखे।
इस अंतरराष्ट्रीय योग सम्मेलन में फ्रांस, साउथ अफ्रीका, चीले, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, पुर्तगाल, तिब्बत, न्यूजीलैंड, टर्की, इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, हंगरी, ब्रिटेन समेत भारत के विभिन्न योग विश्वविद्यालयों के 500 से ज्यादा योग विशेषज्ञ शामिल हुए।

प्रो. कविता कुमारी, सहायक प्राध्यापक, अंग्रेजी विभाग ने उद्घाटन सत्र की शुरुआत की। सरला बिरला विश्वविद्यालय की ओर से इंजीनियरिंग एवं विज्ञान के डीन प्रो. श्रीधर बी दंडिन ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। इस सत्र का समापन योग और प्राकृतिक चिकित्सा विभाग के समन्वयक और सहायक प्रोफेसर कुमार राकेश रोशन पाराशर ने किया। सम्मेलन में छात्रों और आयोजकों के अलावा कुलपति प्रो. डॉ. गोपाल पाठक, कुलसचिव प्रो. डॉ. विजय कुमार सिंह, प्रो संजीव बजाज, श्री अजय कुमार, प्रबंधक पी/ए, प्रो श्रीधर बी दंडिन, डॉ राधा माधव झा, डॉ पार्थ पॉल, डॉ संदीप कुमार, प्रो. अशोक कुमार अस्थाना, डॉ विक्रम सिंह, डॉ नवीन चन्द्र भट्ट, डॉ अशोक भास्कर, डॉ निर्मला भास्कर, प्रो नीलाचल, डॉ पूजा मिश्रा, डॉ मेघा सिंहा, डॉ सुस्मिता, भारद्वाज शुक्ल, प्रवीन कुमार, सुभाष नारायण शाहदेव, राहुल रंजन, शिखा राय, सभी कार्यक्रम समन्वयक और अन्य संकाय सदस्य, विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारी उपस्थित थे।

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