रांची, झारखण्ड । सितम्बर | 08, 2017 :: लोहरदगा निवासी विमला उरांव ने उपराष्ट्रपति से पूछा कि मैं साक्षर तो हो गई हूं लेकिन इस साक्षरता का उपयोग क्या है। इसपर उपराष्ट्रपति ने कहा कि आप का एक उपराष्ट्रपति से खुल कर सवाल पूछना ही आपके साक्षर होने की सार्थकता को प्रमाणित करता है कि इतने लोगों के सामने अपने सवाल किया। यही साक्षर होने की उपयोगिता है।
हजारीबाग की रीना देवी ने पूछा कि हम साक्षर तो हैं अब इस शिक्षा का उपयोग कहां करें?
उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश और राज्य में महिलाओं के लिये कई योजनाएं संचालित हैं। आप कौशल विकास का प्रशिक्षण ले कर स्वरोजगार अपना सकती हैं। मुद्रा योजना और स्टार्टअप योजना का लाभ लेकर अपना व्यवसाय प्रारम्भ जर सकती हैं। स्वयंसेवी संस्था से जुड़ने से भी आपको लाभ होगा।
बोकारो की सुधा देवी ने उपराष्ट्रपति से जानना चाहा कि हवाई जहाज से देखने पर उन्हें झारखंड कैसा दिखा?
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हवाई जहाज से झारखंड को देखना अपने आप में आनंदित करने वाला है। यहां की हरियाली अद्भुत है नदी जंगल पहाड़ को देख झारखंड नाम सही प्रतीत होता है। झारखंड को प्रकृति का अनुपम उपहार मिला है।
हजारीबाग की सुनीता देवी ने उप राष्ट्रपति से जानना चाहा कि देश या राज्य के विकास में गांव की क्या भूमिका हो सकती ? इस सवाल के जवाब में उपराष्ट्रपति ने कहा कि कि गांव का विकास होगा तभी देश और राज्य का विकास संभव है। सरकार की योजनाएं हैं जिसका लाभ लेकर ग्रामीणों को अपने गांव को साक्षर और शिक्षित करना होगा।
हजारीबाग की ही यशोदा देवी ने पूछा कि स्वयं सहायता समूह गठित है उसके लिए आप क्या कहना ?
इस पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि समूह में बड़ी शक्ति होती है आप लोग स्वयं सहायता समूह के जरिए बैंक से लोन लेकर व्यवसाय कर सकती हैं जिससे आप खुद को समृद्ध बनेंगे ही देश और राज्य भी समृद्धि बनेगा।