रांची, झारखण्ड । अगस्त | 26, 2017 :: झारखण्ड की लोककला सोहराई पेंटिंग की चार दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ आज दिनांक 26 अगस्त 2017 कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के डोरंडा कन्या पाठशाला स्थित केंद्र में हुवा | इस कार्यशाला में कलाकृति आर्ट फाउंडेशन एवं सोहराई आर्ट.कॉम के सहयोग से निशुल्क प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है | इस कार्यशाला का आयोजन झारखण्ड की लोक कला को जन जन तक पहुँचाने और बच्चों में इस हुनर के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न करने हेतु आयोजित की गयी है | इस कार्यशाला में राँची के अलावा रामगढ और हजारीबाग के 10 कलाकार हिस्सा ले रहे हैं| इस कार्यशाला में कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के निदेशक एवं कला शिक्षक धनंजय कुमार के द्वारा सोहराई कला की महत्ता एवं बारीकियों को सिखया गया | कार्यशाला के पहले दिन सोहराई कला की पारंपरिक तकनीक की जानकारी दी गयी एवं इस कला में इस्तेमाल होने वाले रंगों की विस्तृत जानकारी दी गयी | श्री कुमार ने कहा की इस कार्यशाला के माध्यम से अत्यंत पिछड़ा वर्ग और निर्धन छात्रों को हुनरमंद बना कर उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध करने की है | युवतियां और बच्चें इस कला को सीख कर स्वाबलंबी बने एवं झारखण्ड की इस लोक कला का पुरे विश्व प्रचार प्रसार एवं संरक्षण में सहयोग करें | उन्होंने इस कार्यशाला के प्रायोजक दी कव्स रेस्टुरेंट एवं बैंक्वेट हॉल्स के निदेशक श्री कारणवीर भाटिया जी का धन्यवाद दिया जिन्होंने कार्यशाला के दौरान बनने वाले सभी चित्रों को खरीदने एवं इसके प्रचार प्रसार हेतु अपने रेस्टुरेंट प्रांगन में प्रदर्शित करने की बात कही | कव्स के निदेशक करणवीर ने कहा की दी कव्स रांची को रांची नगर निगम द्वारा स्वक्षता के मामले में दुतीय स्थान प्राप्त हूवा है| स्वक्षता के साथ साथ अब कव्स की सुन्दरता को भी सोहराई पेंटिंग्स से एक नहीं मुकाम मिलेगी |
इस अवसर पर कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के निदेशक धनंजय कुमार, समाजसेवी संस्था कलाकृति आर्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री रविशंकर गुप्ता जी, डब्लू कुमार, मनीष बर्मन, मोहमद कलाम, अजय कुमार, एवं दी कव्स के निदेशक श्री करणवीर एवं प्रबंधक श्री मनीष मिश्रा जी का भरपूर सहयोग रहा |
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था की उपनिदेशिका श्रीमती रजनी कुमारी के सोहराई कलाकार विक्की, रूबी, आरती, कोमल, शिखा, तन्वी, आयेशा, हर्षिता, आकाश, हर्ष, विकाश, शुभम, एवं सभी छात्रों का योगदान रहा |