राची, झारखण्ड | मार्च | 20, 2025 ::
एसएस मेमोरियल कॉलेज रांची में परिचर्चा का आयोजन हुआ जिसमें यूरोपियन देश, इटली स्थित तोरिनो विश्वविद्यालय में हिंदी कि प्राध्यापिका आलेसैंड्रा कॉन्सोलारो का संभाषण सत्र हुआ, जिसमें उन्होंने भारत के ज्ञान दर्शन, भारतीय भाषा संस्कृति, ज्ञान परंपरा, योग विद्या भारत के संबंध में यूरोपीय देश इटली के नजरिया पर खुलकर बातचीत कि उन्होंने महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को सम्बोधित कर कहा कि भारत विविध संस्कृति से भरा देश है, हम अपने महाविद्यालय में भारतीय ज्ञान परंपरा, साहित्य, संस्कृति के संबंध में बताते है ।
आज का भारत विविधता से भरा है यहां की परंपरा बहुत अच्छी है, अतिथि देवों भव की भावना सभी में होती है। उन्होने कहा कि वे अनुवाद साहित्य में भी बहुत कार्य किया है इसी सिलसिले में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली में उनका आगमन हुआ था। रांची आना बहुत यादगार रहेगा। अनुवाद साहित्य का जुड़ाव आत्मा से है। गूगल व ए आई अनुवाद साहित्य में कारगर नहीं है अनुवाद केवल शब्द का प्रयोग नहीं बल्कि उसमें हृदय का भाव भी रहता है तब हम उसे आत्मसात करते है अनुवाद में यदि भाव नहीं हो तब वह ग्रहण योग्य नहीं रहता है।
सूरज सिंह मेमोरियल महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ वर्मा ने विदेशी मेहमान व हिंदी कि प्राध्यापिका को संबोधन के क्रम में कहा कि भारत देश आज आर्थिक, सामाजिक, वैज्ञानिक, सांस्कृतिक सभी विद्या में बहुत आगे है जिसका अन्य देश भी अनुकरण कर रहे हैं।
हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ समर सिंह ने कहा कि भारत की सभ्यता संस्कृति बहुत प्राचीन है
आज के कार्यकम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बी.पी.वर्मा,डॉ.समर सिंह, डॉ सावित्री कुमारी,डॉ अनिल वीरेंद्र कुल्लू,डॉ सीमा सुनील सहित सभी कर्मचारी मौजूद रहे ।