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पृथ्वी दिवस पर “वन अर्थ, नो प्लान बी” कार्यक्रम

राची, झारखण्ड | अप्रैल | 22, 2024 ::

संत ज़ेवियर्स कॉलेज राँची में जिओ क्लब भूगोल विभाग और आई.क्यू.ए.सी के संयुक्त तत्वधान में पृथ्वी दिवस के अवसर पर कॉलेज सभागार में “वन अर्थ, नो प्लान बी” विषय के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य डॉ. फादर नाबोर लकड़ा एवं आमंत्रित अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।

उपस्थित सभी अतिथि एवं विद्यार्थीयों का स्वागत करते हुए भूगोल विभाग के प्राध्यापक डॉ. राजीव रंजन श्रीवास्तव ने बढ़ते पर्यावरण निम्नीकरण के मुद्दों के बारे में बात करते हुए ऊर्जा का संरक्षण करने और नवीकरणीय संसाधनों की ओर बदलाव करने का सुझाव दिया। इसके बाद कॉलेज के विद्यार्थियों के द्वारा बनायी हुई प्रस्तुति दिखायी गई जिसमे झारखंड एवं प्रयावरण बदलाव के मुख्य मुद्दों को लोगो के समक्ष रखा है। कार्यक्रम में मौजूद मुख्य अतिथि पर्यावरण संरक्षक कार्यकर्ता दयामनी बारला ने कहा की हमारे युवा एवं सभी व्यक्ति हमारी पृथ्वी के पर्यावरण व्यव्यवस्था के स्तंभ है। उन्होंने कहा कि अगर धरती को समझना है तो आदिवासी जीवन शैली को समझना होगा। आमंत्रित अतिथि वन संरक्षक एवं राज्य सिल्वीकल्चरिस्ट, झारखंड (आई॰एफ़॰एस) स्मिता पंकज ने माइक्रो प्लास्टिक से होने वाले नुक़सान कि बारे में के बारे में बताया और सिंगल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक को ना प्रयोग करने का निवेदन किया। उन्होंने कहा कि हमारी अच्छी आदतें ही पृथ्वी को दुबारा स्वच्छ होने में सहायता कर सकती है। प्रधानाचार्य डॉ फ़ादर नाबोर लकड़ा, एस.जे. ने छात्रों को संबोधित करके और पर्यावरण संरक्षण के महत्व और प्रकृति की रक्षा के लिए कॉलेज की प्रतिबद्धता पर जोर देकर माहौल तैयार किया। उन्होंने कहा कि , “संत जेवियर्स कॉलेज रांची उन जिम्मेदार वैश्विक नागरिकों के पोषण के लिए प्रतिबद्ध है जो पर्यावरण प्रबंधन के महत्व को समझते हैं।” इस दौरान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता एवं फोटोग्राफी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंत में कॉलेज के 1/3 कोय एन सी सी के द्वारा नुक्कड़ नाटक एवं बैग वितरण किया गया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अनिमेष रॉय , आई क्यू ए सी कॉर्डिनेटर डॉ शिव कुमार, परीक्षा नियंत्रक प्रो. बी के सिन्हा ,डॉ अजय श्रीवास्तव , डॉ नुसरत, डॉ संदीप चंद्र , डॉ मधुमिता मिंज सहित 300 विद्यार्थी मौजूद थे।

 

 

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