राँची । जुलाई | 29, 2018 :: दिनांक 29 जुलाई रविवार को संस्कार भारती राँची महानगर के द्वारा अशोकनगर मंदिर मार्ग अवस्थित देवालय सह चिंतन स्थल पर गुरू पूर्णिमा के शुभ अवसर नटराज पूजन, गुरू सम्मान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
संस्कार भारती की राँची महानगर शाखा की ओर से ज्योतिर्मय नादब्रह्म संगीत महाविद्यालय के अधीक्षक प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक गुरूश्री जयप्रकाश सिंह को पुष्प और शॉल देकर सम्मानित किया गया। गुरू जयप्रकाश सिंह ने सर्वप्रथम गिरिडीह पालगंज स्टेट के कन्हाई भक्त से प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा ली। बाद में दिल्ली घराने के स्थापित गायक विपिनचन्द्र मुद्गल से संगीत सीखा। जयप्रकाश सिंह की पकड़ शास्त्रीय गायन के अतिरिक्त उपशास्त्रीय गायन जैसे ठुमरी, कजरी, भजन आदि में भी अच्छी पकड़ है।
सम्मानित गुरू ने राग मेघ मल्हार ‘‘ गरज घुमड़ घन छायो बदरवा’’ और ‘‘ कंकड़ मोहे लागि जइहे ना रे ….’’ ठुमरी गा कर श्रोताओं का मन मोह लिया।
गुरूपूर्णिमा के अवसर पर होने वाले इस कार्यक्रम में झारखंड के प्रसिद्ध नर्तक तथा संस्कार भारती के नृत्यविधा संयोजक विपुल नायक की संस्था दीपांजलि की शिष्यायों में रोहिणी नायर ने सरस्वती वंदना और अंकिता चक्रवर्ती ने गणेश वंदना कथक नृत्य प्रस्तुत किया। संस्कार भारती के संगीत विधा संयोजक सुशील कुमार मिश्रा ने अपने शिष्यों के साथ संस्कार भारती ध्येय गीत, गुरूवंदना एवं भजनप्रस्तुत किया।
इस गुरू सम्मान कार्यक्रम के अवसर पर संस्कार भारती झारखंड प्रांत के कार्यकारी अध्यक्ष उमेशचन्द्र मिश्रा, प्रांतीय उपाध्यक्ष राकेश रमण, प्रांतीय मंत्री डॉ॰ सुशील कुमार अंकन, प्रांतीय संगीत विधा संयोजक मथुरेश कुमार वर्मा, अर्चना वर्मा, आशुतोष प्रसाद वर्मा, माया वर्मा, संस्कार भारती रांची के अध्यक्ष रामानुज पाठक, नाट्य विधा संयोजक भूपेन्द्र नारायण सिंह, चंद्रदेव सिंह, विपिन कुमार शरण, पुष्पा शरण, विनय कुमार, सहित बड़ी संख्या में संस्कार भारती के सदस्यगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मातृशक्ति प्रमुख प्रीति रागिनी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन साहित्य विधा संयोजक आशुतोष प्रसाद वर्मा ने किया।