रांची, झारखण्ड । सितम्बर | 28, 2017 :: विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर बुक ए स्माइल और राउंड टेबल इंडिया के सहयोग से देशभर में मुख्यधारा से पिछड़े पांच सौ से ज्यादा बच्चे देख पाएं ताजमहल और फ़तहपुर सीकरी । राँची से गए ३८ बच्चे लौटे । बच्चे ख़ुशी से फूले नहीं समा रहे थे ।
ताज किसी का मोहताज नहीं, लेकिन नन्हें उस्तादों की महफिलसे उसकी भी रौनक लौटी। सहायता, समर्पण और सम्मान की अद्भुतशृंखला को बढ़ाते हुए बुक ए स्माइल और राउंड टेबल इंडिया का ताजासफर नन्हें उस्तादों को ताजमहल की सैर करवाया
विश्व पर्यटनदिवस के अवसर पर बुक ए स्माइल ने देश के 22 शहरों से मुख्यधारा से पिछड़े पांच सौ से ज्यादा बच्चे और 29 स्पेशल किड्स को ताजमहल घुमाया। आगरा के बाद यह बच्चों ने फतेहपुर सीकरी का भी भ्रमण किया ।
राँची से गए बच्चे कल दिल्ली ऐरपोर्ट में उतरे । वहाँ से उनको वोल्वो बस में आगरा ले जाया गया । रास्ते में उनको बिकनेरवाला में जलपन कराया गया । फिर आगरा पहुँच कर उनको ताजमहल दिखाया गया । ताजमहल दिखाने के बाद उनको आगरा के हेरिटिज इन्स्टिटूट ओफ़ होटेल मैनज्मेंट में रुकाया गया । शाम को बच्चों के लिए कारनिवल रखा गया था । वहाँ उनको मूवी भी दिखायी गयी “पूर्णा”। मूवी के बाद उनको खाना खिलाया गया । सुबह नाश्ता करवा कर दिल्ली लाए गए । रास्ते में फिर जलपान करवाया गया। फिर उनको फ़तहपुर सीकरी दिखाया गया ।उसके बाद उनको एयरपोर्ट लाया गया । बच्चों को टीशर्ट, स्कूल बैग, स्टेशनेरी किट , ताजमहल का मोमेंटो दिया गया ।
इस सफर में यह बच्चे संस्कृति और विरासत के संगम को जीवंत यादों में बदल कर लौटे। गौरतलब है कि देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन एंटरटेनमेंट टिकटिंग कंपनी बुक माई शो की महत्त्वाकांक्षी परियोजना बुक ए स्माइल समय-समय पर ऐसे विशेष आयोजनों के जरिए सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए अहम योगदान दे रही है ।ताजा आयोजन में बुक ए स्माइल ने विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक विरासत और पर्यटन स्थलों को ध्यान में रखते हुए इन विशेष बच्चों के लिए एक मुस्कान बिखेरने वाली पहल की है। बुक ए स्माइल और राउंड टेबल इंडिया इंडिया की ओर से इसी तरह के सामाजिक बदलाव कार्यक्रमों की अनूठी पहल इन्हें लीक से हटकर खड़ा करता है।राउंड टेबल इंडिया हर वर्ष फ्लाइट ऑफ फैंटेसी के नाम से सामाजिक रूप से पिछड़े बच्चों को हवाई सैर करवाने, राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट , ताज महल की सैर करवाने सरीखी योजनाओं पर पूरे समर्पण के साथ जुटा हुआ है ।
रोमांच से भरपूर इस सफर को लेकर बुक ए स्माइल की हैड फर्जानाकामा बालपाण्डे कहती हैं, दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहलका सफर इन बच्चों के लिए जीवनभर के लिए सुनहरी यादों का गुलदस्ताबनेगा।
राँची एयरपोर्ट पर भी बच्चों को चिप्स ,चोकलेट और जूस दिया गया । फिर बच्चों को उनके गार्डीयन के साथ घर रवाना किया गया ।